Ranchi: भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) राज्य में भ्रष्टाचार पर नकेल लगाने का सबसे महत्वपूर्ण विभाग है. अमूमन मीडिया में खबरें आती है कि एसीबी ने सरकारी अधिकारी को घूस लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा. ऐसी खबरों को पब्लिक काफी चटकारे लेकर भी पढ़ती है. इन खबरों को एक असर ये भी होता है कि पब्लिक के बीच मैसेज जाता है कि अपराध पर नकेल कसी जा रही है. लेकिन सच्चाई इससे ठीक उलट है. पब्लिक यह नहीं जान पाती है कि जिन्हें एसीबी ने रंगे हाथ पकड़ा है उन्हें आखिर सजा मिली या नहीं. एक आंकड़े के मुताबिक एसीबी रंगे हाथ पकड़ने में तो आगे है, लेकिन सजा दिलाने में काफी पीछे है. आंकड़े बताते हैं कि पिछले सात साल में एसीबी ने 468 सरकारी कर्मियों को रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया. लेकिज सजा सिर्फ 42 लोगों को ही दिला पायी है. बाकी लोगों पर या तो अभी चार्जशीट दाखिल नहीं हुआ है. या अभी ट्रायल चल रहे हैं या बरी हो चुके हैं.
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सात साल में पकड़े गए 468 घूसखोरों में सजा सिर्फ 42 को
झारखंड एसीबी ने वर्ष 2013 से लेकर 2019 तक 468 लोगों को पकड़ा है. इनमें सबसे अधिक राजस्व कर्मचारी, पंचायत सचिव, पुलिस शामिल हैं. नाम नहीं बताने की शर्त पर पुख्ता सूत्रों ने बताया है कि एसीबी इन सभी 468 लोगों में से सिर्फ 42 लोगों को ही सजा दिला पायी है. वहीं इस मामले में एसीबी के डीजी नीरज सिन्हा ने कहा कि ये जानकारी हम लोग के पास नहीं रहती है,कोर्ट के पास होती है.
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जानिए किस वर्ष कितने पकड़े गए घूसखोर
पिछले सात वर्षों की बात करें तो एसीबी ने 468 लोगों को घूस लेते हुए गिरफ्तार किया है. जिसमें से वर्ष 2013 में 26, वर्ष 2014 में 31, वर्ष 2015 में 54, वर्ष 2016 में 84, वर्ष 2017 में 137, वर्ष 2018 में 69 और वर्ष 2019 में 67 लोगों को घूस लेते हुए गिरफ्तार किया गयी था. लेकन इनमें से मात्र 41 लोगों को ही सजी दिलाने में एसीबी सफलता प्राप्त कर सकी. इनमें 2013 में 01, वर्ष 2014 में 01, वर्ष 2015 में 02 वर्ष 2016 में 00, वर्ष 2017 में 03, वर्ष 2018 में 20 और वर्ष 2019 में 15 लोगों को सजा मिल पायी.
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