Ranchi: केंद्रीय महासचिव एवं प्रवक्ता सुप्रियो भट्टाचार्य ने सोमवार को प्रेस वार्ता की. इसमें सुप्रियो ने कहा कि झारखंंड में सबसे बड़े घुसैपठिए तो आपके मित्र गौतम अडानी हैं. जो हमारी जमीन से कोयला निकाले, हमारी पानी का इस्तेमाल किये और हमसे मजदूरी कराई, सीधे बांग्लादेश घुस गए. हमारे संसाधनों से उत्पादित बिजली बांग्लादेश को बेचने लगे.
खूंटी में भाजपा की हार दोहराने आए थे नड्डा
उन्होंने कहा कि आप आदिवासी हितों की बात करते हैं, लेकिन आपके सीएम ने सीएनटी एक्ट को बदलने का काम और प्रयास किया. झारखंड में आज बीजेपी के ऐसे नेता का आगमन हुआ है, जो कार्यकाल समाप्त होने के बाद भी अध्यक्ष के पद पर बने हुए हैं. खूंटी में उन्होंने परिवर्तन यात्रा की शुरुआत करते हुए कहा कि वे लोकसभा के चुनाव में भी यहां आये थे. वे खूंटी संसदीय क्षेत्र में आये थे. नड्डा जी ने बीजेपी के लिए ऐसा गड्ढा खोदा वहां पर कि खूंटी में अर्जुन मुंडा को यहां की जनता ने उसी गड्ढे में वोटों के बड़े अंतर से डाल दिया. इसी काम और इतिहास को फिर से दोहराने के लिए वे आज खूंटी आये थे.
आपकी पार्टी में प्रदेश अध्यक्ष समेत कई हैं घुसपैठिए
सुप्रियो ने कहा कि नड्डा ने आदिवासी अस्मिता की बात की. उन्होंने नड्डा से सवाल करते हुए कहा, आप जिस पार्टी से संबंध रखते हैं, उसी पार्टी की झारखंड में पहली सरकार बनी. आपकी पार्टी में दूसरे दल के घुसपैठिए आज प्रदेश अध्यक्ष हैं. वे ही राज्य के पहले सीएम बने. इसके बाद अर्जुन मुंडा भी सीएम बने. उसके बाद सबसे प्रख्यात सीएम रहे, मधु कोड़ा. वो भी आज आपके दल में ही हैं. इसी तरह बीजेपी के रघुवर दास का भी यहां पांच साल का कार्यकाल रहा.
आदिवासी दिवस को याद करने में 22 साल क्यों लग गए
सुप्रियो ने कहा कि विश्व आदिवासी दिवस काे याद करने में को 22 साल क्यों लग गये. ऐसा तब है जब विश्व आदिवासी दिवस को राष्ट्रसंघ मान्यता प्रदान कर चुका है. क्यों हेमंत सोरेन को आदिवासी दिवस मनाने की शुरुआत 2023 से करनी पड़ी. इससे पहले तो भाजपा की ही सरकार लंबे समय तक रही. लेकिन आज भाजपा के नेता आदिवासी अस्मिता की बात कर रहे हैं.
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