Adityapur : आदित्यपुर रेलवे स्टेशन के विस्तारीकरण की कवायद के बीच बुधवार को गायत्री शिक्षा निकेतन के पीछे स्थित बस्ती के 41 घरों को तोड़ दिया गया. रेलवे अधिकारियों के अनुसार इस जमीन पर रेलवे कर्मचारियों का आवास निर्माण होना प्रस्तावित है, इसलिए रेलवे की इस जमीन से अतिक्रमण हटाया गया है. बुधवार सुबह 8 बजे से करीब पांच घंटे तक यह कार्रवाई चली. रेलवे का दावा है कि इन्हें काफी पहले नोटिस दिया गया था और इनकी एविक्शन ऑफिसर के सामने सुनवाई भी हुई, जिसके बाद इन्हें घर खाली करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया. समय अवधि पार होने के बाद घरों को तोड़े जाने की कार्रवाई की गई है. अतिक्रमण हटाने के लिए सरायकेला-खरसावां जिले के एसडीओ की ओर से मजिस्ट्रेट की नियुक्ति की गई थी, वहीं रेलवे की ओर से एडीएम 2 टाटानगर और एविक्शन ऑफिसर मौजूद थे.
हालांकि दूसरी ओर, बारिश के बीच घरों को तोड़े जाने से वहां रहनेवाले लोगों की मुश्किलें काफी बढ़ गई हैं. यहां रह रहे लोगों का कहना है कि उन्हें दो दिन पहले नोटिस देकर घर खाली करने बोला गया. वे पिछले 25 सालों से यहां रह रहे हैं, पिछले दो साल से लॉकडाउन के कारण घर पर बैठे हैं. उनके पास ना पैसा है और ना काम, अब उनका घर भी टूट गया है, वे कहां जाएंगे.
कल रात भी माइक से कराई गई थी घोषणा
मंगलवार की रात भी बस्तीवासियों को माइक से एनाउंसमेंट कर सुबह अतिक्रमण हटाए जाने की जानकारी दी गई थी. लोगों ने अपनी सारी ज़रूरत के सामानों को ख़ाली कर दिया था. एडिशनल इंजीनियर प्रिंस सैनी के अनुसार बस्ती के हर घर को नोटिस भेजा गया तथा बस्ती के लोगों को बुलाकर पब्लिक हियरिंग कर बता दिया गया था कि आप अपने घरों को जल्द से जल्द ख़ाली कर दें ताकि वहां मौजूद किसी भी व्यक्ति को जान माल का नुक़सान न हो.