- श्रम अधीक्षक के हस्तक्षेप से 55 कामगारों को मिला हक
Adityapur (Sanjeev Mehta) : रामकृष्ण फोर्जिंग लिमिटेड कंपनी के प्लांट 5 में सिलिकॉन सेफ पैक प्राइवेट लिमिटेड के अंदर 55 ठेकदार कर्मचारियों को श्रम अधीक्षक अविनाश के हस्तक्षेप से उनका हक मिला है. सभी कामगारों ने पिछले दिनों श्रम अधीक्षक अविनाश ठाकुर से मिलकर अपने फुल फाइनल सेटलमेंट के लिए आवेदन दिया था. इसपर सोमवार को श्रम अधीक्षक ने त्रिपक्षीय वार्ता की और सभी कर्मचारियों को जो करीब 9 साल से ठेकेदार के अंदर काम किए थे, लेकिन बिना सूचना के जनवरी 2024 से काम से बैठा दिए जाने की घटना को सच पाया. इन कर्मचारियों को ठेकेदार ने न तो फुल सेटलमेंट और न ही ग्रेच्युटी दी थी. कर्मचारियों को उनका पीएफ के साथ 3 माह का वेतन भी नहीं दिया गया था. ऐसे में सभी कर्मचारी अपना फाइनल सेटलमेंट पिछले 3 महीने से मांग रहे थे, लेकिन ठेकेदार के मैनेजमेंट इसपर कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे थे. फिर कर्मचारी एकजुट होकर सरायकेला स्थित लेबर ऑफिस गए और श्रम अधीक्षक अविनाश ठाकुर के समक्ष अपनी बातों को रखा था.
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त्रिपक्षीय वार्ता में बनी सहमति
उन्होंने सिलिकॉन सेफ पैक प्राइवेट लिमिटेड के ब्रांच मैनेजर टी एन पाठक और ऑपरेशन प्रमुख प्रदीप को बुलाकर त्रिपक्षीय वार्ता की साथ ही उन्हें आदेश दिया कि हटाए गए सभी कर्मचारियों को उनका पूरा फुल फाइनल सेटलमेंट, लीव, बोनस, ग्रेच्युटी सहित सभी को एक महीना का नोटिस पे एक महीना के अंदर भुगतान करें. इस आदेश के बाद ठेकेदार के मैनेजमेंट और कर्मचारियों में सहमति बनी है और ठेकेदार ने 15 दिन के अंदर सभी कर्मचारी का फुल एंड फाइनल सेटेलमेंट कर देने की बात कही है. इस पूरे मामले में मजदूर इंटक नेत्री मीरा तिवारी ने अहम भूमिका निभाई कर्मचारियों की तरफ से त्रिपक्षीय वार्ता में केदार महतो, रोहित, माधव ठाकुर, सपन, सोना राम और गुरुपदो शामिल थे.
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