- अब शुरू हुआ भौतिक सत्यापन तो खुलने लगी पोल
- नगर निगम वसूल रहा शत-प्रतिशत पेनाल्टी
Adityapur (Sanjeev Mehta) : आदित्यपुर के अपार्टमेंट्स वाले ऑनलाइन स्व मूल्यांकन कर वर्षों से होल्डिंग टैक्स में नगर निगम को राजस्व में चूना लगा रहे थे. इन दिनों जब नगर निगम की विजिलेंस टीम ने भौतिक सत्यापन शुरू किया तो उनकी पोल पट्टी खुलने लगी है. इस राजस्व की चोरी के विरुद्ध नगर निगम ने सख्ती दिखाते ऐसे अपार्टमेंट्स के सोसाइटी से पेनाल्टी स्वरूप शत-प्रतिशत होल्डिंग टैक्स वसूली शुरू किया है. उनका पुनर्मूल्यांकन कर होल्डिंग टैक्स का निर्धारण शुरू किया है. नगर निगम के सिटी मैनेजर देवाशीष प्रधान ने बताया कि शुक्रवार को नगर निगम के प्रशासक के निर्देश पर वार्ड नंबर 13 में अवस्थित छोटे-छोटे अपार्टमेंट में भौतिक सत्यापन शुरू किया गया.
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होल्डिंग टैक्स के भौतिक सत्यापन में मांझीटोला बैंक कॉलोनी के पास एक अपार्टमेंट में 7 फ्लैट पाए गए, लेकिन यहां भारी गड़बड़ी मिली. यहां की सोसायटी एक ही होल्डिंग से सारे फ्लैटों का टैक्स भुगतान कर रहा था. जांच के क्रम में पाया गया कि फ्लैट के मालिक द्वारा ऑनलाइन सैफ के माध्यम से स्व मूल्यांकन करवाया था, जिसमें मात्र 1000 वर्ग फीट का क्षेत्रफल दर्शाया था. यहां 7 फ्लैट के करीब 7000 वर्गफीट एरिया बिल्डअप है. नगर निगम के द्वारा इस अपार्टमेंट के होल्डिंग धारक को नोटिस निर्गत कर दिया गया है और पेनल्टी के साथ टैक्स भरने को कहा गया है. यह शत प्रतिशत पेनाल्टी के रूप में वसूली जाएगी. साथ ही उनके मूल्यांकन को री मूल्यांकन कर नया टैक्स निर्धारण भी किया गया है.
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सिटी मैनेजर देवाशीष प्रधान ने बताया कि जो भी उपभोक्ता ऑनलाइन सैफ करवा रखे हैं वे अपने बिल्डअप एरिया का सही क्षेत्रफल सैफ में दर्ज करें, अन्यथा शत प्रतिशत जुर्माना वसूला जाएगा. आज शुरू की गई जांच दल में निगम के टैक्स कलेक्टर शशि शेखर, अभिषेक मिंज, एवं स्पैरो सॉफ्टेक के टैक्स कलेक्टर अरविंद भारती भी शामिल थे. उन्होंने बताया कि यह अभियान अभी निरंतर जारी रहेगा.