- डब्ल्यू टाइप में रहने वालों के नाम भाड़ा या क्रय के आधार पर आवंटन का सीएम ने दिया आश्वासन
- सर्वे व कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग को लेकर पर चंपाई से मिले पुरेन्द्र और फ्लैटवासी
Adityapur (Sanjeev Mehta) : डब्ल्यू टाइप सहित आवास बोर्ड के मकान में रहने वालों को कोई परेशानी नहीं होगी. यह आश्वासन मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन ने दिया है. उन्होंने कहा कि डब्ल्यू टाइप में रहने वालों के नाम भाड़ा या क्रय के आधार पर आवंटन किया जाएगा. बता दें कि डब्ल्यू टाइप फ्लैट के विरुद्ध हो रहे सर्वे-कार्रवाई पर रोक लगाने की मांग को लेकर सीएम चंपाई से सोमवार को पुरेन्द्र और डब्ल्यू टाइप फ्लैट में रहने वाले लोग मिले हैं. बता दें कि आदित्यपुर आवास बोर्ड अंतर्गत पुराने/जर्जर एवं आवासन हेतु अयोग्य घोषित वीकर सेक्शन फ्लैट्स डब्ल्यू टाइप के विरुद्ध सर्वे जारी है. जिस पर तत्काल रोक लगाने की मांग हो रही है. सोमवार को यहां के लोग संपूर्ण कार्रवाई को रद्द करने की मांग को लेकर डब्ल्यू टाइप संघर्ष समिति के बैनर तले मुख्यमंत्री से मिले हैं. इनका नेतृत्व आदित्यपुर नगर परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष पुरेंद्र नारायण सिंह एवं पूर्व पार्षद रंजन सिंह कर रहे थे. दोनों नेता झीलिंगगोड़ा स्थित आवास पर मुख्यमंत्री चंपई सोरेन से मिलकर उन्हें एक ज्ञापन भी सौंपा है.
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सर्वे सरकारी राजस्व की बर्बादी है
पुरेंद्र ने मुख्यमंत्री से कहा कि नगर विकास एवं आवास विभाग द्वारा अधिसूचना संख्या-2652, दिनांक 28.10.2020 के आलोक में निजी एजेंसी के माध्यम से आवास बोर्ड अंतर्गत पुराने/जर्जर एवं आवासन हेतु अयोग्य घोषित रेंटल फ्लैट्स, वीकर सेक्शन फ्लैट्स, स्लम तथा जनता फ्लैट का सर्वे कराया जा रहा है, जो कि जन विरोधी, अनुचित और सरकारी राजस्व की बर्बादी प्रतीत हो रही है. इसकी वजह से यहां के निवासियों में भय और दहशत का माहौल व्याप्त है. उन्हें अपने सिर से छत छिन जाने की चिन्ता सताने लगी है, क्योंकि सर्वे कराने वाली एजेंसी के प्रतिनिधियों द्वारा किए जा रहे सर्वे के क्रम में यह बताया जा रहा है कि पुराने, जर्जर और आवासन हेतु अयोग्य घोषित रेंटल फ्लैट्स को ध्वस्त कर वहां नए फ्लैट्स का निर्माण कराया जाएगा.
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मेरे रहते कोई परेशानी नहीं होगी : सोरेन
बातें सुनने के बाद मुख्यमंत्री ने आश्वस्त किया कि उनके रहते डब्ल्यू टाइप सहित आवास बोर्ड के मकान में रहने वाले लोगों को कोई परेशानी नहीं होगी. उन्होंने डब्ल्यू टाइप के मकान में रहने वाले लोगों को भाड़ा या क्रय के आधार पर मकान आवंटित किए जाने का भी आश्वासन दिया है. आवास बोर्ड द्वारा पुराना/जर्जर घोषित वीकर सेक्शन वाला डब्ल्यू टाइप फ्लैट्स आवास बोर्ड, जमशेदपुर प्रमंडल कार्यालय के ठीक सामने स्थित है. डब्ल्यू टाइप में कुल 108 फ्लैट्स हैं, जिसमें फ्लैट्स के आवंटी सपरिवार निवास करते हैं तथा उनके द्वारा नियमित रुप से निर्धारित मासिक किराये का भुगतान भी किया जाता है. साथ ही उनके द्वारा समय-समय पर आपसी सहयोग तथा निजी खर्चे से पुराने और जर्जर हो चुके उक्त फ्लैट्स की मरम्मत और रख-रखाव का काम भी कराया जाता है. परन्तु विभाग द्वारा कराए जा रहे सर्वे के बाद डब्ल्यू टाईप फ्लैट्स में निवास करने वाले लोग भयभीत हैं.
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भाड़ा या क्रय के आधार पर आवंटित हो फ्लैट : पुरेंद्र
पुरेंद्र ने डब्ल्यू टाइप निवासियों संग मुख्यमंत्री से मिलकर नगर विकास एवं आवास विभाग की अधिसूचना संख्या-2652, दिनांक 28.10.2020 के आलोक में पुराने/जर्जर एवं आवासन हेतु अयोग्य घोषित आदित्यपुर-1 स्थित वीकर सेक्शन फ्लैट्स डब्ल्यू टाइप फ्लैट्स में निजी एजेंसी के द्वारा किए जा रहे सर्वे के काम पर तत्काल रोक लगाते हुए संपूर्ण कार्रवाई को रद्द करने की मांग की है. साथ ही डब्ल्यू टाइप फ्लैट्स में रहने वाले परिवारों के नाम से संबंधित फ्लैट को भाड़ा या क्रय के आधार पर आवंटित करने की कार्रवाई सुनिश्चित करने की भी मांग की है. मुख्यमंत्री से मिलने वालों में कमलेश कुमार सिंह, सियाराम शर्मा, रामदास महतो, राधे झा, शशि झा, सुमन शेखर, मुकेश ठाकुर, मुकेश सिंह, प्रभात कुमार सिंह, कुलदीप तिग्गा, अरविंद एक्का, बी सिंह, पी सिंह, रिंकू महाराज, राजेश महाराज शामिल थे.