Adityapur (Sanjeev Mehta) : एनआईटी जमशेदपुर में सेवानिवृत कर्मियों के आंतरिक अंकेक्षक पद पर बहाली होने से सवाल उठ रहे हैं. इसमें संस्थान के रजिस्ट्रार डॉ एन के राय की कार्यशैली पर उंगली उठ रही है और इस बहाली प्रक्रिया की जांच की मांग हो रही है. भाजपा ओबीसी मोर्चा जिला मंत्री संतोष मंडल ने एनआईटी के डायरेक्टर और बोर्ड ऑफ गवर्नेंस को ई मेल भेजकर इस बहाली प्रक्रिया की जांच की मांग की है. उन्होंने यह जांच नियंत्रक और महालेखा परीक्षक द्वारा कराने की मांग की है ताकि निष्पक्ष और गहन जांच एवं आवश्यक कारवाई सुनिश्चित हो सके.
इसे भी पढ़ें : Kiriburu : चार सूत्री मांगों को पूरा करने की गुवा प्रबंधन ने शुरू की प्रक्रिया : रामा पांडेय
अपने पत्र में भाजपा नेता ने बताया है कि रजिस्ट्रार डॉ निशीथ कुमार राय द्वारा संस्थान में आंतरिक अंकेक्षक के पद तीन-तीन सेवानिवृत कर्मियों की बहाली की गई है. योग्य कर्मियों को स्थापना शाखा, वित्त एवं लेखा शाखा, भंडार एवं क्रय शाखा जैसे स्थानों पर स्थानांतरित कर दिया गया है. उनके स्थान पर संविदा पर अनुभवहीन कर्मचारियों को नियुक्त किया गया है. आरोप है कि संस्थान में आंतरिक अंकेक्षक का कोई भी पद स्वीकृत नहीं है, इसके बावजूद उन्होंने नियम के विरुद्ध तीन सेवानिवृत कर्मचारियों सैयद फैजल रहमान, आरके सिन्हा और अजय कुमार शामिल को इस पद पर नियुक्त किया है. इससे भविष्य में किसी भी प्रकार के वित्तीय अनियमितता सीएजी द्वारा नियुक्त ऑडिट फर्म द्वारा संस्थान के ध्यान में लाई जाती है तो इन सेवानिवृत कर्मचारियों की जवाबदेही सुनिश्चत करना संस्थान के लिए असंंभव होगा.
इसे भी पढ़ें : Chakradharpur : अखिल भारतीय मारवाड़ी महिला सम्मेलन के श्रावणी मेला का सांसद ने किया उद्घाटन
आंतरिक अंकेक्षक के पद पर बहाली नियम संगत : प्रवक्ता
संस्थान के रजिस्ट्रार डॉ एनके राय द्वारा संस्थान में आंतरिक अंकेक्षक के पद पर की गई सेवानिवृत कर्मियों की बहाली को प्रबंधन ने नियम संगत बताया है. संस्थान के प्रवक्ता एसके भगत ने कहा कि जहां तक रजिस्ट्रार के ऊपर उंगली उठाने की बात है तो यह जांच का विषय है, महालेखाकार जांच करेंगे तो दूध का दूध पानी का पानी हो जाएगा. उन्होंने कहा कि जिस व्यक्ति ने जांच की मांग की है वो पूर्वाग्रह से ग्रस्त हैं, इससे पूर्व भी वे रजिस्ट्रार की नियुक्ति को चुनौती दे चुके हैं जिसमें जांच हुई और वे पाक साफ निकले हैं.
इसे भी पढ़ें : Chaibasa : राज्य सरकार का स्कूली बच्चों को रोज अंडा देने का वादा अधूरा
[wpse_comments_template]