Lagatar Desk
अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे के बाद वहां की स्थिती खराब होती जा रही है. लोग देश छोड़कर जाने को मजबूर दिख रहे है. काबुल एयरपोर्ट में भारी संख्या में लोग मौजूद है. जिसे देखते हुए भारत सरकार भी अलर्ट पर है. भारत सरकार ने काबुल के लोगों को निकालने के लिए एयर इंडिया के 2 विमान को अलर्ट पर रखा है.
इसे भी पढ़ें – सरकारी बैंकों के सीईओ के साथ वित्त मंत्री करेंगी बैठक, परफॉर्मेंस और एनपीए को लेकर हो सकती है चर्चा
काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिकों ने हवाई फायरिंग की
आज सुबह काबुल एयरपोर्ट पर अमेरिकी सैनिकों ने हवाई फायरिंग की है. यह फायरिंग अफगान जनता की भीड़ को अमेरिकी हेलिकॉप्टरों और विमान से दूर करने के लिए की गई है. रविवार रात भी कई बार अमेरिकी सेना द्वारा एयरपोर्ट में फायरिंग की गई है. जिसके बाद भगदड़ मच गया. भगदड़ का वीडियो सोशल मीडिया में काफी तेजी से वायरल हो रहा है.
इसे भी पढ़ें – पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी की तीसरी पुण्यतिथि आज, लोग कर रहे हैं याद
अमेरिका ने 6000 सैनिकों को तैनात किया है
सूत्रों के अनुसार अमेरिकी दूतावास के पास दो बड़े धमाके की सूचना है. इस धमाके में किसी के मारे जाने की खबर नहीं आयी है. वहीं अमेरिका ने अपने नागरिकों से सुरक्षित स्थानों पर छिपने की सलाह दी है. अमेरिका ने अपने नागरिकों को निकालने के लिए 6000 सैनिकों को तैनात किया है.
इसे भी पढ़ें – मेघालय के गृहमंत्री का इस्तीफा, शिलांग में हिंसा के बाद 2 दिन का कर्फ्यू, इंटरनेट पर भी प्रतिबंध
अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश की बतायी वजह
इसी बीच अफगानिस्तान के राष्ट्रपति अशरफ गनी ने देश छोड़ने की वजह बतायी है. अशरफ गनी ने फेसबुक के पोस्ट में लिखा है कि वो अफगानिस्तान को इस लिए छोड़ दिया है, ताकि लोगों को ज्यादा खून-खराबा न देखना पड़े. ‘अगर मैं अफगानिस्तान में रुका रहता तो बड़ी संख्या में लोग देश के लिए लड़ने आते. ऐसे में वहां असंख्य लोगों की जान जाती. साथ ही काबुल शहर पूरी तरह से बर्बाद हो जाता. इसलिए उन्होंने देश छोड़ने का फैसला लिया. अब तालिबान जीत चुका है. वह अफगान लोगों के सम्मान, संपत्ति और सुरक्षा के लिए जिम्मेदार है.’वहीं दूसरी तरफ अशरफ गनी के अफगानिस्तान छोड़कर भागने की आलोचना हो रही है.
इसे भी पढ़ें – खगड़िया : कंधे तक बाढ़ का पानी , फिर भी स्कूल में फहराया तिरंगा