LagatarDesk : जापान भी भारत की राह पर चल पड़ा है. जापान एयरोस्पेस एक्सप्लोरेशन एजेंसी (JAXA) ने घरेलू H-IIA रॉकेट के जरिये चंद्रयान स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून (SLIM) लॉन्च किया है. SLIM को चंद्रमा की सतह पर अपने लक्ष्य स्थल के 100 मीटर के भीतर उतारना है. 100 मिलियन डॉलर की मिशन की फरवरी तक लैंडिंग शुरू होने की उम्मीद है. इसरो ने JAXA को SLIM की सफल लॉन्चिंग के लिए बधाई दी. इसरो ने एक्स पर लिखा कि चंद्रमा पर एसएलआईएम लैंडर के सफल प्रक्षेपण पर @JAXA_en को बधाई. वैश्विक अंतरिक्ष समुदाय द्वारा एक और सफल चंद्र प्रयास के लिए शुभकामनाएं.
Congratulations @JAXA_en on the successful launch of the SLIM lander to the moon.
Best wishes for another successful lunar endeavour by the global space community. https://t.co/7HSjtoFHx7— ISRO (@isro) September 7, 2023
पिछले माह तीन बार मिशन लॉन्चिंग हुई स्थगित
JAXA ने एक्स पर लिखा कि दक्षिणी जापान के तनेगाशिमा अंतरिक्ष केंद्र से घरेलू H-IIA रॉकेट ने उड़ान भरी और स्मार्ट लैंडर फॉर इन्वेस्टिगेटिंग मून (SLIM) को सफलतापूर्वक छोड़ा गया. यह स्मॉर्ट लैंडर अगले साल यानी 2024 की शुरुआत में चंद्रमा की सतह पर लैंड कर सकता है. इसी के साथ जापान चांद की सतह पर उतरने वाला दुनिया का 5वां देश बन जायेगा. JAXA ने बताया कि एक्स-रे इमेजिंग और स्पेक्ट्रोस्कोपी मिशन पिछले माह ही लॉन्च करना था. लेकिन खराब मौसम की वजह से इस मिशन की लॉन्चिंग एक सप्ताह में 3 बार स्थगित करना पड़ा.
[Press Release]
Successful Launch of the X-ray Imaging and Spectroscopy Mission (XRISM) and the Smart Lander for Investigating Moon (SLIM)https://t.co/gPzq3n3m1d— JAXA(Japan Aerospace Exploration Agency) (@JAXA_en) September 7, 2023
पिछले साल दो बार लैंडिंग का प्रयास विफल रहा था
बता दें कि पिछले साल भी जापान ने दो बार चंद्रमा पर लैंडिंग की योजना बनायी थी, लेकिन दो प्रयास विफल रहे थे. JAXA का ओमोटेनाशी (Omotenashi) लैंडर से संपर्क टूट गया और नवंबर में लैंडिंग का प्रयास विफल हो गया. वहीं अप्रैल में जापानी स्टार्टअप आईस्पेस (9348.टी) की हकुतो-आर मिशन 1 लैंडर को चंद्रमा की सतह पर उतारने का प्रयास किया गया. लेकिन लैंडिग के समय यह दुर्घटनाग्रस्त हो गयी थी.