Dumka: दुमका के फूलो झानो मेडिकल कालेज अस्पताल (डीएमसीएच) में गर्भवती महिला की मौत का मामला सामने आया है. शहर के राखाबनी आजाद नगर मोहल्ले की एक गर्भवती महिला को 18 घंटे तक भर्ती रखने के बाद गुरूवार की शाम चिकित्सकों ने उसे बेहतर इलाज के लिए रेफर कर दिया. इससे पहले कि परिजन उसे दूसरे अस्पताल ले जा पाते महिला ने डीएमसीएच में ही दम तोड़ दिया.
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महिला के परिजनों ने डीएमसीएच में जमकर हंगामा किया
गर्भवती महिला रूबी परवीन की मौत से परिजन भड़क गये हैं. परिजनों ने डीएमसीएच में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ भी की. परिजनों का कहना है कि अस्पताल में डॉक्टरों की लापरवाही के कारण यह सब हुआ है. घटना की सूचना मिलने पर नगर थाना प्रभारी देवव्रत पोद्दार पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को संभाला. मृतक की मां शमीमा खातून ने आरोप लगाया कि उसकी बेटी की मौत डॉक्टरों के लापरवाही के कारण हुई है. इसलिए दोषी चिकित्सकों को सरकार बर्खास्त करे और नर्सों को गिरफ्तार कर जेल भेजे. ऐसा नहीं करने पर शमीमा खातून अपनी जान दे देगी.
डिलीवरी गुरुवार को 12 बजे तक होने वाली थी
गर्भवती महिला की बहन यस्मा परवीन ने बताया कि बुधवार की रात लगभग 1 बजे के बीच रूबी परवीन को डिलीवरी के लिए डीएमसीएच में भर्ती करवाया था. डॉक्टर को उसके सांस की तकलीफ (दमा) से लेकर सभी तरह के कम्पलीकेशन के बारे में बता दिया गया था. एक महिला और एक पुरूष चिकित्सक उसकी चिकित्सा कर रहे थे. महिला चिकित्सक ने कहा था कि गुरूवार को दिन के 12 बजे तक डिलीवरी हो जायेगी और उसके बाद वह जच्चा-बच्चा को अस्पताल से ले जा सकेंगे.
बाद में यह कहा गया कि दिन के 2 बजे तक डिलीवरी करवायी जायेगी. इसके बाद रूबी परवीन की हालत बिगड़ने लगी तो डाक्टर ने हाथ खड़े कर लिये और कहा कि मरीज की हालत खराब है, उसे दूसरे अस्पताल ले जाने की सलाह दी. शाम के करीब 5 बजे उसे ऑक्सीजन लगाया गया जिसके बाद उसने दम तोड़ दिया.
पुलिस निरीक्षक देवव्रत पोद्दार ने बताया कि अबतक परिजनों में से किसी ने नगर थाना में कोई आवेदन नहीं दिया है. जो भी आवेदन दिया जायेगा उसके मुताबिक कार्रवाई की जायेगी.
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