Nitesh Ojha
Ranchi: कोलकाता कैश कांड में फंसे झारखंड कांग्रेस के तीनों विधायक इरफान अंसारी, राजेश कच्छप और नमन विक्सल कोंगाड़ी फिर से पार्टी में वापसी की चाह रखते हैं. कोलकाता हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद तीनों विधायक 10 नवंबर को झारखंड वापस लौटे. 11 नवंबर को झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लिया. वहां मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन सहित कांग्रेस के प्रदेश नेतृत्व से मुलाकात की. फिर शनिवार को विधायक दल के नेता आलमगीर आलम से उनके आवास में मुलाकात की. मुलाकात के बाद इरफान ने कहा कि हम तीनों विधायकों ने अपने नेता के समक्ष अपना पक्ष रखा. बातचीत करीब डेढ़ घंटे तक चली. इरफान ने दावा किया कि 14 नवंबर के बाद तीनों विधायक के साथ आलमगीर आलम दिल्ली जाएंगे, और आलाकमान के समक्ष अपनी बातों को रखेंगे.
आरोप लगाने वाले विधायकों से कहा था – जवाब तो उन्हें देना पड़ेगा
बता दें कि सरकार गिराने की साजिश के आरोप में 49 लाख रुपये कैश के साथ बीते 30 जुलाई को कोलकाता से कांग्रेस के विधायक गिरफ्तार हुए थे. मामले की जांच कोलकाता सीआइडी को ट्रांसफर कर दी थी. विधायकों पर आरोप लगा कि उन्होंने झारखंड की मौजूदा हेमंत सरकार को गिराने के एवज में रुपये लिए थे. हालांकि विधायकों का तर्क था वे लोग विश्व आदिवासी दिवस पर वितरण के लिए साड़ी और फुटबॉल खरीदने जा रहे थे. बीते दिनों झारखंड विधानसभा के विशेष सत्र में भाग लेने से पहले भी विधायकों ने कहा था कि उन पर विधायक कुमार जयमंगल (अनूप सिंह), शिल्पी नेहा तिर्की, भूषण बाड़ा ने जो आरोप लगाया था, उसका जवाब उन्हें देना पड़ेगा.
इसे भी पढ़ें- सानिया-शोएब क्यों नहीं कर रहे तलाक का ऐलान? वजह आयी सामने…
तीनों विधायकों पर चल रहा है दलबदल का मामला
तीनों विधायकों पर जैसे ही कैश कांड में फंसने का आरोप लगा, शीर्ष नेतृत्व के निर्देश पर तीनों को पार्टी से सस्पेंड किया. उसके बाद आलमगीर आलम की ही शिकायत पर दसवीं अनुसूची के तहत स्पीकर न्यायाधिकरण में दलबदल का मामला दर्ज किया गया. मामला अभी भी न्यायाधिकरण में चल रहा है.