Jammu: जम्मू वायु सेना स्टेशन पर रविवार को एक ड्रोन हमले को देखते हुए ग्रीष्मकालीन राजधानी श्रीनगर और कश्मीर घाटी के अन्य हिस्सों में अलर्ट जारी कर दिया गया है. वायु सेना स्टेशन हमले में दो लोग घायल हुए हैं.
आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार घाटी में सुरक्षा बल और भारतीय वायु सेना (आईएएफ) के हवाई क्षेत्रों सहित संवेदनशील स्थानों के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है. उन्होंने कहा कि प्रदेश में इस सप्ताह अभी तक चार आतंकवादी हमले हुए हैं, जिनमें एक सीआईडी अधिकारी सहित दो पुलिसकर्मी शहीद हो गए हैं, और श्रीनगर में कई नागरिक मारे गए हैं.
सीआईडी अधिकारी ने बताया कि शहर में संवेदनशील स्थानों पर भी सुरक्षा बलों को तैनात किया गया है, जहां कुछ इलाकों में चौकियां भी स्थापित की गई हैं. वाहनों में विशेषतौर पर दुपहिया वाहनों को आगे जाने से पहले नाकों पर जांच से गुजरना होगा. सुरक्षा बल आसपास के जिलों से शहर में आने वाले वाहनों की भी जांच कर रहे हैं. ताकि आतंकवादियों द्वारा हथियारों की तस्करी के किसी भी प्रयास को विफल किया जा सके. फिलहाल पूरे मामले की टेरर एंगल से जांच की जा रही है.
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जम्मू वायुसेना स्टेशन के तकनीकी एरिया में रविवार सुबह दो विस्फोट होने से पूरा क्षेत्र दहल गया. एक अन्य घटना में जम्मू पुलिस ने आज शहर के बाहरी इलाके नरवाल में पांच किलोग्राम त्वरित शक्तिशाली विस्फोटक के साथ द रेसिस्टेंस फ्रंट (टीआरएफ) के एक आतंकवादी को गिरफ्तार करके हमले को नाकाम कर दिया.
इस बीच राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की तीन सदस्यीय टीम आज तड़के जम्मू स्थित भारतीय वायु सेना अड्डे पर हुए दो विस्फोटों की जांच के लिए यहां पहुंच गयी है, विस्फोटों में दो कर्मचारी घायल हो गए और इमारत का एक हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया. रिपोर्ट के अनुसार विस्फोटकों को ड्रोन से गिराया गया जिससे विस्फोट हुआ, लेकिन अभी भी आधिकारिक पुष्टि की प्रतीक्षा की जा रही है.
सुरक्षा बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस के जवानों को स्वचालित हथियार और बुलेटप्रूफ जैकेट पहने हुए देखा जा गया है, जिन्हें ‘राष्ट्र-विरोधी तत्वों’ द्वारा शहर की शांति भंग करने के किसी भी प्रयास को विफल करने के लिए श्रीनगर में तैनात किया गया है.
सूत्रों से मिली जानकारी है कि कश्मीर घाटी की जीवन रेखा श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर भी सुरक्षा बल को हाई अलर्ट पर रखा गया हैं.
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