- महुआ टोली के दो दर्जन गरीबों ने लगाया है आरोप
- पार्षद ने घर बनाने के लिए ठेकेदार के पास जमा कराया था पैसा
Jayantey Vikash
Ranchi : रांची नगर निगम के वार्ड नंबर 7 स्थित महुआ टोली के दो दर्जन से अधिक लोगों ने पार्षद सुजाता कच्छप पर प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत मिले 45 हजार रुपये की पहली किस्त हड़प लेने का आरोप लगाया है. इसके चलते इन गरीबों को अपना घर मिलने का सपना टूट गया. इनका कहना है कि पार्षद सुजाता कच्छप के कहने पर इन लोगों ने 2017 में एक ठेकेदार को कम खर्च पर बनाने के लिए 45 हजार रुपये दिये थे. लेकिन ठेकेदार ने न घर बनाना शुरू किया और न ही उनका पैसा वापस किया. इसके चलते इन लाभुकों का घर बनना शुरू नहीं हुआ. साथ ही योजना के तहत अगली किस्त भी नहीं मिली. दूसरी तरफ पार्षद सुजाता कच्छप का कहना है कि भवन निर्माण कंपनी लोगों का पैसा लेकर भाग गई. मैंने इन लोगों ने इन लोगों का पैसा नहीं लिया है. मालूम हो कि प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी के तहत घर बनाने के लिए लाभुकों को चार किस्त में 2 लाख 25 हजार रुपये मिलते हैं. पहली किस्त का उपयोग न करने के कारण इन लाभुकों को अगली तीन किस्त भी नहीं मिल पाई, जिससे इनके घर बनाने का सपना अधूरा ही रह गया.
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पैसा मांगने पर पार्षद धमकाती है – भूला टोप्पो
लाभुक भूला टोप्पो ने बताया कि हमलोगों से 2017 में पार्षद द्वारा ठेकदार को बुलाकर पैसा जमा कराया गया था. हम ठेकदार का नाम तक नहीं जानते थे. पहली किस्त 45000 रुपये लेने के बाद भी पार्षद द्वारा घर का काम शुरू नहीं कराया गया. चार साल बीतने के बाद भी कुछ नहीं हुआ. जब हम अपना पैसा मांगने जाते हैं, तो पार्षद द्वारा हमें डराया-धमकाया जाता है.
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पार्षद ने अपने नाम से हमें रशीद भी दी थी- नीरोज कच्छप
एक अन्य भुक्तभोगी नीरोज कच्छप ने बताया कि पैसा जमा करने के बाद काम कराने के लिए हमलोग कई बार पार्षद के घर जा चुके हैं. मगर अबतक बात नहीं बनी है. जबकि 45000 रुपये जमा करने के बाद पार्षद ने अपने नाम से हमें रशीद भी दी थी. फिर भी हमारा पैसा डूब गया.
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मजबूरन मिट्टी-खपरैल के घर में रहना पड़ता है- जोनस
भुक्तभोगी जोनस कुजूर ने बताया कि हमने अपने घर के लिए 45000 रुपये जमा किया था. कई बार पार्षद के पास जाने के बाद भी हमारा काम नहीं हुआ. काम नहीं होने के कारण हमें घर के लिए अगली किस्त भी नहीं मिल पाई. हमारा घर भी नहीं बन पाया. आज भी हमें मजबूरन मिट्टी-खपरैल के घर में रहना पड़ता है.
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डिप्टी मेयर ने कंपनी मालिक आनंद से मिलवाया था- पार्षद
इस मुद्दे पर वार्ड 7 की पार्षद सुजाता कच्छप ने कहा कि डिप्टी मेयर द्वारा एक निर्माण कंपनी के मालिक आनंद से मिलवाया गया था. इस कंपनी ने सभी वार्ड में लोगों से कम खर्च पर घर बनाने के लिए पैसा जमा कराया था. लेकिन कंपनी लोगों का पैसा लेकर भाग गई. मेरे द्वारा कोई पैसा नहीं रखा गया है. इस मसले पर संजीव विजयवर्गीय से बात करने की कोशिश की, तो उन्होंने फोन नहीं उठाया.
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