Ranchi: अमृत-2 योजना से झारखंड के विभिन्न नगर निकायों के 53 तालाबों का जीर्णोद्धार किया जाएगा. 35 पार्कों का भी निर्माण किया जाएगा. जुडको की तीन कंसलटेंट कंपनियां तालाबों और पार्कों के लिए चिन्हित जगहों का सर्वे कर रही हैं. सर्वे का काम अंतिम चरण में है. सर्वे की रिपोर्ट मिलने के बाद डीपीआर बनाने का काम शुरू होगा. विभागीय पदाधिकारियों ने उम्मीद जताई है कि अगस्त महीने से डीपीआर बनाने का काम शुरू हो जाएगा. जुडको की कंसलटेंट कंपनी मास एन वॉयड, मार्स कंपनी पार्कों और वॉपकोस तालाबों का सर्वे कर रही है.
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पार्कों में कंक्रीट का इस्तेमाल कम से कम होगा
पलामू प्रमंडल में 6, उत्तरी छोटानागपुर में 10, दक्षिणी छोटानागपुर में 4, संताल परगना में 11 और कोल्हान में 4 पार्क बनाए जाएंगे. नगर विकास विभाग ने प्लान किया है कि पार्कों के निर्माण में कंक्रीट का उपयोग नहीं के बराबर किया जाएगा. वहां हरियाली और सौंदर्यीकरण पर विशेष बल दिया जायेगा. व्यायाम के लिए खुला जिम, मॉर्निंग वॉक के लिए पाथ वे और फुटपाथ भी बनाये जायेंगे. पार्क को आकर्षक रूप देने के लिए लैंड स्केपिंग और लाइटिंग की भी व्यवस्था की जायेगी.
8 बड़े तालाबों की बदलेगी सूरत
जिन 53 तालाबों का जीर्णोद्धार होना है, उनमें 8 बड़े तालाब भी शामिल हैं. इनमें रामगढ़ का छतरमांडू तालाब, हजारीबाग का धोबिया तालाब, कोडरमा का सोलागडीह तालाब, धनबाद का लोको तालाब, गिरिडीह का बुदवा तालाब, रांची का आदर्श नगर तालाब, खूंटी का कामंता तालाब और चाईबासा का थानसेन ताल शामिल हैं. तालाबों के पानी को ऑर्गेनिक प्रणाली से खनिज एवं काई मुक्त कराया जायेगा, ताकि तालाबों में मछलियां एवं पानी के अन्य जीव-जंतु जीवित रह सकें. बड़े तालाबों के किनारे जॉगिंग एवं खुले जिम का भी प्रावधान किया जायेगा.
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