Jamtara: जामताड़ा के आंगनबाड़ी केंद्रों में पिछले 8 माह से गर्भवती और धातृ महिलाएं और बच्चे पौष्टिक आहार से वंचित हैं. लाभुकों के मुताबिक उन्हें अंतिम अक्टूबर माह का पोषाहार आंगनबाड़ी केंद्र में मिला था. इसमें सिर्फ चावल, दाल और गुड़ दिया गया था. लेकिन उसकी भी गुणवत्ता काफी खराब थी. इसके बाद से आज तक उन लोगों को कोई अनाज नहीं मिला है.
इसे भी पढ़ें- मोदी मंत्रिमंडल का विस्तार : शिवसेना-भाजपा में खिचड़ी पकने की खबर, महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार की उम्र कितनी!
महिलाएं बाजार से खरीद रही हैं पौष्टिक आहार
बताया जाता है कि आंगनबाड़ी केंद्रों में आहार नहीं मिलने से महिलाएं परेशान हैं. आए दिन वे आंगनबाड़ी केंद्रों का चक्कर लगाने को विवश हैं. आखिर में वे बाजार से उधार लेकर किसी तरह अपने बच्चों के लिए पौष्टिक आहार उपलब्ध करा रही हैं. आंगनबाड़ी सेविका ने कहा कि पोषाहार उपलब्ध कराने को लेकर कई बार विभाग को जानकारी दी गई है.
बताया जाता है कि आंगनबाड़ी केंद्रों से पोषहार के रूप में चावल, चना, बादाम, गुड़ और दाल की आपूर्ति की जाती है. पिछले आठ माह बंद रहने से लाभार्थियों को काफी परेशानी हो रही है. आंगनबाड़ी केंद्रों में पौष्टिक आहार उपलब्ध कराने की जिम्मेवारी राज्य सरकार की ओर से JSLPS को दी गई है. भुगतान नहीं होने के कारण आपूर्ति बंद कर दिया गया है. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सविता कुमारी ने बताया कि इसकी लिखित रूप से जानकारी JSLPS द्वारा दी गई है.
इसे भी पढ़ें- पुलिस की रांची वासियों से अपील: गरीब बच्चों की ऑनलाइन पढ़ाई के लिए पुराने स्मार्टफोन करें दान