- इरफान का प्रदेश अध्यक्ष पर हमला, कहा, अगर वे मंत्री हैं, तो हम भी विधायक हैं, कार्यकारी अध्यक्ष हैं किसकी हिम्मत है कि उनकी बोलती बंद कर दे.
- साफ दिखी इरफान की नाराजगी, कहा, सम्मान तो मुख्यमंत्री को देना है, प्रदेश कांग्रेस थोड़े ही न देगी.
Ranchi: प्रदेश कांग्रेस विधायक दल की बैठक में जिस बात का अंदाजा था, वहीं हुआ. प्रदेश कांग्रेस नेतृत्व से नाराज दिल्ली दौरे पर गये बुधवार शाम वापस लौटे थे. गुरूवार को चारों विधायक एक साथ विधायक दल की बैठक में सबसे अंत में पहुंचे. तय समय में बैठक भी शुरू हुआ, विधानसभा चुनाव में पार्टी के वादों को सरकार के पास प्रस्ताव बनाकर भेजने की बात हुई. बैठक में प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव ने दिल्ली गये नाराज विधायकों से जब पूछा कि अगर आप लोगों के पास कुछ शिकायत हैं, तो वे प्रदेश नेतृत्व को सीधा बता कीजिए.
इसपर नाराज विधायकों ने कहा, दिल्ली किसी से पूछकर नहीं जाएंगे. नाराज विधायकों ने कहा कि दिल्ली हमलोगों व्यक्तिगत तौर पर मिलने गये थे, किसी का शिकायत करने नहीं. बैठक बाद जब मीडिया से विधायक दल के नेता बातचीत कर रहे थे, तो इस दौरान प्रदेश अध्यक्ष के चेहरे पर नाराजगी भी साफ दिखी.
बैठक के बाद मीडिया से बातचीत में जामताड़ा विधायक ने प्रदेश अध्यक्ष डॉ रामेश्वर उरांव का नाम लिये बिना प्रदेश नेतृत्व पर फिर से सवाल खड़ा किया. जब उनसे पूछा गया कि क्या प्रदेश नेतृत्व ने उनकी आवाज को दबा दिया है, क्या प्रदेश नेतृत्व कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान नहीं मिल रहा है.
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इस पर जामताड़ा विधायक ने कहा, कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान क्या प्रदेश कांग्रेस नेता दिलाएंगे क्या? जहां पर यह बात रखनी थी, उन्होंने रखना जरूरी समझा. अगर वे मंत्री हैं, तो हम भी विधायक हैं, कार्यकारी अध्यक्ष हैं.किसकी हिम्मत है कि इरफान अंसारी का बोलती बंद कर दे.
आयोग, बोर्ड-निगम के मार्फत कार्यकर्ताओं को मान-सम्मान दिलाने के लिए दिल्ली जाने के सवाल पर इरफान ने कहा कि बीजेपी वाले तो उनके बातों को दबा ही नहीं सके, तो कांग्रेस नेता दबाएंगे. इरफान ने यह भी कहा कि सम्मान तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को देना है, प्रदेश कांग्रेस थोड़ी न देगी.
बैठक में हमने अपनी बातों को रखा है. उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई कोई व्यक्तिगत नहीं है. दिन रात वे पार्टी का काम करते है. पार्टी का झंडा ढोते है. अगर पार्टी कमजोर होगी, तो वे जरूर बोलेंगे.
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