Ranchi: मतलब पूरी कहानी खत्मे करने का इरादा है. लग रहा है बीजेपी सिर्फ फेसबुक पर ही बचेगा. ये रिएक्शन हैं बीजेपी के ही नेताओं और कार्यकर्ताओं के. दरअसल केंद्र में अन्नपूर्णा देवी को राज्यमंत्री बनाये जाने के बाद बीजेपी जन आशीर्वाद यात्रा निकाल रही है. अन्नपूर्णा देवी को प्रमोट किये जाने से नाराज कार्यकर्ता इस तरह से अपनी खीज सोशल मीडिया पर उतार रहे हैं. पार्टी के ग्रासरूट कार्यकर्ताओं को दुख इस बात का है कि संगठन में सच्चे कार्यकर्ताओं को दरकिनार कर दूसरे दलों के स्टार नेताओं को बुलाकर उन्हें सम्मान और पद दिया जा रहा है.
नाराजगी तो अधिकांश कार्यकर्ताओं में है, लेकिन संगठन में हैं इसलिए खुलकर विरोध में कुछ नहीं बोल पा रहे हैं. लेकिन बीजेपी किसान मोर्चा के पूर्व उपाध्यक्ष अमृतेश सिंह चौहान का दर्द फेसबुक पर छलक गया. उन्होंने लिख दिया- झारखंड बीजेपी के सीएम का अगला चेहरा अन्नपूर्णा देवी लगती हैं. खोज सफल होगा. इसके बाद तो बीजेपी में दरकिनार किये गये नेताओं और कार्यकर्ताओं का दर्द इस पोस्ट पर कमेंट के रूप में फूटने लगा.
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अटलजी वाली भाजपा अब नहीं रही
बीजेपी के ही कार्यकर्ता निपू सिंह का कहना है कि भाजपा है भाई. सुदेश, हेमंत, बंधु को भी मुख्यमंत्री बना सकती है. अटलजी के समय की बीजेपी और आज के समय की बीजेपी में जमीन आसमान का अंतर हो गया है. वहीं बीजेपी कार्यकर्ता मनोरंजन शर्मा कहते हैं कि अगर अन्नपूर्णा देवी झारखंड में बीजेपी की मुख्यमंत्री पद का चेहरा हैं, तो समझो बीजेपी का झारखंड में सूपड़ा साफ होना तय है. कार्यकर्ता संजय मेहता भी खफा हैं.
![अन्नपूर्णा की जन आशीर्वाद यात्रा को BJP कार्यकर्ताओं का ही नहीं मिल रहा आशीर्वाद](http://lagatar.xprthost.in/wp-content/uploads/2021/08/ASHIRWAD-YATRA.jpg)
लेकिन उनका अनुभव बताता है कि बीजेपी एक समुद्र है. कितने आये और गये इसमें. अन्नपूर्णा देवी भी इनमें से ही एक हैं. वहीं पार्टी कार्यकर्ता विश्वनाथ भगत ने कहा कि बीजेपी सोशल मीडिया का फोटोशूट संगठन बन गई है. आरएसएस के भी लोग जन आशीर्वाद यात्रा का विरोध कर रहे हैं. अरविंद तिवारी कहते हैं कि इस भाजपा में कुछ भी संभव है.
सोशल मीडिया पर दर्द बांट रहे बीजेपी कार्यकर्ता
बीजेपी के कार्यकर्ता अपना दर्द सोशल मीडिया पर बांट रहे हैं. lagatar.in से बातचीत में नाम नहीं छापने की शर्त पर कई कार्यकर्ताओं ने अन्नपूर्णा देवी की जन आशीर्वाद यात्रा पर नाराजगी जाहिर की. कार्यकर्ताओं का कहना है कि कई नेता सालों से संगठन की सेवा कर रहे हैं. जिनके नस-नस में बीजेपी बसा है, उसे दरकिनार कर उस अन्नपूर्णा देवी को बीजेपी में लाकर सांसद से केंद्रीय मंत्री तक बना दिया गया, जिन्होंने आरजेडी में रहते हुए बीजेपी को खूब कोसा था.
दिल में दर्द, लेकिन होठों पर मुस्कुराहट चस्पा कर बैठे हैं कई नेता
नाराज बीजेपी कार्यकर्ता यह भी कह रहे हैं कि जन आशीर्वाद यात्रा में बीजेपी के नेताओं की खूब भीड़ उमड़ रही है. कार्यकर्ताओं के साथ-साथ पार्टी के विधायक और सांसद भी अन्नपूर्णा देवी का स्वागत करने पहुंच रहे हैं. इनमें से कुछ ऐसे नेता भी हैं, जो अपने दिल पर पत्थर रखकर, होठों पर नकली मुस्कुराहट लेकर मजबूरन उनका स्वागत कर रहे हैं. संगठन में रहना है तो संगठन के नियमों को तो मानना ही होगा. अन्नपूर्णा के आरजेडी से बीजेपी में आते ही सबसे पहले कोडरमा से रविंद्र राय का टिकट कट गया. कोडरमा से विधायक और मंत्री रहीं नीरा यादव का भी कद अन्नपूर्णा से छोटा हो गया. ऐसे और भी कई नेता हैं, जिनके दिल के अंदर गुबार भरा है, लेकिन होठों पर दर्द भरी मुस्कुराहट है. क्योंकि यही राजनीति है.
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