Ranchi: राजधानी में एक और प्रधानमंत्री जन औषधि केंद्र रविवार को टाटीसिलवे में खुला. हड्डी रोग विशेषज्ञ डॉ सुरेश प्रसाद देबुका द्वारा जनऔषधि केंद्र का शुभारंभ किया गया. डॉ देबुका ने कहा कि जन औषधि केंद्र में मिलने वाली दवाएं आम जनता के लिए वरदान है. ये दवाएं भी उतनी ही कारगर होती हैं. जितनी की कोई भी ब्रांडेड कंपनी की दवा होती है. जन औषधि केंद्र के माध्यम से आम जनता को 90 प्रतिशत तक कम मूल्य में जेनरिक दवाएं उपलब्ध मिलेंगी. इस केंद्र के माध्यम से इलाके के लाखों लोग लाभान्वित होंगे.
2024 तक और 1000 केंद्र खोलने का लक्ष्य
प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत देश भर में पहले से ही 9000 से अधिक जन औषधि केंद्र संचालित हैं. सरकार ने मार्च 2024 तक जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 10,000 करने का लक्ष्य तय किया है. सरकार ने इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए 651 जिलों में जन औषधि केंद्र खोलने के प्रस्ताव को मंजूरी दी है. केंद्र सरकार ने गरीबों और मध्यम वर्गीय परिवारों को ध्यान में रखते हुए सस्ती दवाएं मुहैया कराने के लिए साल 2015 में प्रधानमंत्री भारतीय जन औषधि परियोजना’ की शुरुआत की थी. प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि परियोजना के तहत जनता को सस्ती जेनेरिक दवाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरे देश में प्रधानमंत्री भारतीय जनऔषधि केंद्र खोले गए हैं. जन औषधि दवाओं की कीमतें आम तौर पर ब्रांडेड दवाओं की तुलना में 90% कम होती हैं. इस जन केंद्र में सभी आवश्यक दवाएं, एंटी-डायबिटिक, कार्डियोवास्कुलर ड्रग्स, एंटी-कैंसर, एनाल्जेसिक और एंटीपायरेटिक्स, एंटी एलर्जी, गैस्ट्रो इंटेस्टाइनल एजेंट, विटामिन, मिनरल्स, च्यवनप्राश और फूड सप्लीमेंट आदि उपलब्ध हैं.