LagatarDesk : अगर आप भी मेकअप के शौकीन है तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है. ये खबर उन युवाओं के लिए भी बेहद जरूरी है जो कॉस्मेटिक्स का ज्यादा इस्तेमाल करते हैं. एक नई रिसर्च के मुताबिक, कॉस्मेटिक्स प्रोडक्ट जैसे लिपस्टिक, आई शैडो और मस्कारा में एक जहरीला केमिकल फ्लोरीन पाया गया है. फ्लोरीन का इस्तेमाल कीटनाशकों में किया जाता है. यह बहुत जहरीला रसायन होता है.
22 ग्राम लिपस्टिक खा जाती है महिलाएं
आपको बता दें कि भारत की महिलाएं औसतन एक साल में 22 ग्राम लिपस्टिक खा जाती हैं. इस हिसाब से यह रिसर्च काफी डराने वाली हैं. इस केमिकल के संपर्क में आने पर कई तरह की गंभीर बीमारियों के होने का खतरा होता है. एनवॉयरमेंटल साइंस एंड टेक्नोलॉजी में प्रकाशित एक स्टडी में बताया गया है कि मेकअप प्रोडक्ट्स में जहरीला केमिकल फ्लोरीन मिला है. ये स्टडी कैलिफोर्निया की ग्रीन साइंस पॉलिसी इंस्टीट्यूट ने की है.
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52 फीसदी प्रोडक्ट में मिलावट
इंस्टीट्यूट ने विश्व के 231 से अधिक जाने-माने कॉस्मेटिक्स ब्रांड्स पर ये स्टडी की है. जिसमें 52 फीसदी प्रोडक्टस में मिलावट पायी गयी. रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि वाटरप्रूफ मस्कारा के 82 फीसदी, फाउंडेशन के 63 फीसदी और लिपस्टिक के 62 फीसदी ब्रांड्स में फ्लोरीन मिला है.
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कई बीमारियों का होता है खतरा
फ्लोरीन बहुत जहरीला कमेकिल है, जो आपको शरीर को अंदर से नुकसान पहुंचाता है. इससे कई बीमारियों जैसे किडनी कैंसर, टेस्टी क्यूसलर कैंसर, हाईपरटेंशन, थॉयराइड रोग, जन्म के वक्त शिशु के वजन में कमी, बच्चों में इम्यूनिटी कम करने का भी खतरा होता है.