Guwahati : असम में चुनाव से पहले एक बार फिर सीएए( CAA ) के मुद्दे ने जोर पकड़ लिया है. एआईयूडीएफ प्रमुख बदरुद्दीन अजमल ने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा है कि सीएए पूरी तरह असंवैधानिक है, इसे ना सिर्फ असम बल्कि देश के किसी भी हिस्से में लागू नहीं किया जाना चाहिए.
अजमल ने कहा कि हम इसे( CAA ) खत्म करने तक लड़ाई लड़ते रहेंगे. हम सत्ता में आयेंगे तो हम सीएए, एनआरसी और डी-वोटर के मुद्दे का समाधान हमारी प्राथमिकता में रहेगा. बदरुद्दीन ने कहा- चुनाव नजदीक आ गये हैं, लोग सीएए के खिलाफ वोट करने वाले हैं.
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कोई भी वादा पूरा नहीं कर पायी भाजपा
बदरुद्दीन अजमल ने कहा कि राज्य की भाजपा सरकार ने पिछले चुनाव में किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया. कहा कि चाय बगान से जुड़े लोगों के साथ किया गया एक भी वादा पूरा नहीं किया. प्रदेश में 2 करोड़ रोजगार पैदा करने का वादा किया था, लेकिन रोजगार के 25 मौके बनाने में भी नाकामयाब रही.
उन्होंने कहा कि ब्रह्मपुत्र नदी के पानी को रोकने का वादा भी भाजपा सरकार ने किया था, जिसे निभाने में वे पूरी तरह विफल रहे. अजमल के अनुसार अगर वे सत्ता में आते हैं तो चाय बगानों में काम करने वाले मजदूरों का वेतन बढ़ा देंगे.
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महागठबंधन में शामिल है एआईयूडीएफ
बता दें कि असम के आगामी विधानसभा चुनाव में एआईयूडीएफ महागठबंधन का हिस्सा है, जिसमें कांग्रेस, बीपीएफ, सीपीएम, सीपीआई, सीपीआई(एमएल) और आंचलिक गण मोर्चा शामिल हैं.
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तीन चरणों में वोट डाले जायेंगे
126 सदस्यीय विधानसभा सीटों के लिए असम में तीन चरणों में वोटिंग होगी. पहले चरण में 27 मार्चा को 12 जिलों की 47 विधानसभा सीटों में वोट डाले जायेंगे. 1 अप्रैल को 13 जिलों की 39 विधानसभा सीटों पर दूसरे चरण में जबकि तीसरे चरण में 6 अप्रैल को 12 जिलों की 40 विधानसभा सीटों के लिए वोटिंग होगी. चुनाव के नतीजे 2 मई को आयेंगे.