Ranchi: बड़कागांव थाना में भाजपा नेत्री पूनम साव पर प्राथमिकी दर्ज होने के बाद सदर विधायक और बरही के पूर्व विधायक उन्हें थाना लेकर पंहुचे गये. उन्होंने थाना प्रभारी और एसडीपीओ से कहा कि अगर वे दोषी हैं तो गिरफ़्तार कर जेल भेज दें. अन्यथा मामले की निष्पक्ष जांच करें. इसके बाद एसडीपीओ ने आश्वासन दिया कि मामले की निष्पक्ष जांच होगी.
क्या है मामला
भाजपा युवा मोर्चा की प्रदेश कार्य समिति सदस्य पूनम साव पर बड़कागांव थाना में क़रीब माह पूर्व बड़कागांव सामुदायिक भवन में ऑक्सीजन नहीं एक चिकित्सक के आवेदन पर मुकदमा दर्ज किया गया है. इसी के विरोध में शुक्रवार को हजारीबाग सदर विधायक मनीष जायसवाल और बरही के पूर्व विधायक मनोज यादव भाजपा नेत्री पूनम साव के साथ बड़कागांव थाना पंहुचे थे.
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झूठा मुकदमा दर्ज करने का लगाया आरोप
विरोध के दैरान थाने के बाहर बड़कागांव थाना प्रभारी उत्तम तिवारी की कार्यशैली पर सवाल उठाते हुए पूनम देवी पर झूठा मुकदमा दर्ज करने का आरोप लगाया. साथ ही इसपर निष्पक्ष जांच करते हुए तत्काल मुकदमें को वापस लेने की मांग की। इसके बाद बड़कागांव थाना प्रभारी ने इसकी सूचना अपने एसडीपीओ भूपेंद्र राउत को दी। जिसके बाद खुद बड़कागांव एसडीपीओ भूपेंद्र रावत यहां पहुंचे और भाजपा नेत्री पूनम साव से घटना की पूरी जानकारी ली.
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निष्पक्ष जांच का दिया भरोसा
एसडीपीओ भूपेंद्र रावत ने सदर विधायक मनीष जायसवाल और बरही के पूर्व विधायक मनोज यादव को आश्वासन दिया कि दर्ज इस मुकदमे की अनुसंधान ख़ुद करेंगे और निष्पक्ष जांच की जाएगी. दोनों विधायकों ने उन्हें यह भी कहा कि समाज में कोई राजनीतिक कार्यकर्ता अगर व्यवस्था के ख़िलाफ़ मुखर होता है और लचर व्यवस्था की पोल नीतिगत तरीके से खोलकर जनमानस के समक्ष लाता है तो वो कोई गुनेहगार नहीं होता.
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