Ranchi: बिरसा कृषि विश्वविद्यालय (BAU) अंतर्गत रांची पशु चिकित्सालय से ‘सस्य विज्ञान’ (Agronomy) का रिक्त पद विलोपित कर दिया है. वह भी तब, जब झारखंड लोक सेवा आयोग (JPSC) द्वारा सस्य विज्ञान सहित अन्य विषयों के सहायक प्राध्यापक सह कनीय वैज्ञानिक (Assistant professor cum junior sciencetist) के रिक्त पदों के लिए नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की गई.
![BAU: अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए खत्म किया ‘सस्य विज्ञान’ का पद](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2021/01/Lagatar.in_-4.jpg?resize=744%2C730&ssl=1)
रांची पशु चिकित्सा महाविद्यालय के Animal production and management, Animal Nutrition, veterinary Anatomy, Veterinary Public Health & Epidemiology एवं Veterinary pharmacology विषयों में नियुक्ति होनी है. जिसके लिए 21 दिसंबर से 30 दिसंबर 2020 तक आयोग द्वारा साक्षात्कार लिया गया. मगर अचानक ‘सस्य विज्ञान’ के लिए चयनित उम्मीदवारों को साक्षात्कार देने से मना कर दिया गया.
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जिसकी लिखित शिकायत सुषमा मांझी आदि उम्मीदवारों ने राज्यपाल दौपदी मुर्मू, बीएयू के वीसी और राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में की है. शिकायत में यह भी बताया गया है कि विश्वविद्यालय के जिम्मेवार अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए ‘सस्य विज्ञान’ में होने वाली नियुक्ति को रूकवा दिया.
विश्वविद्यालय ने आयोग को लिखा पत्र, तब हुआ बदलाव
झारखंड लोक सेवा आयोग ने विज्ञापन (संख्या : 26-2017) के तहत रांची पशु चिकित्सालय के रिक्त पद पर बैकलॉग नियुक्ति प्रक्रिया शुरू की. जिसमें अनुसूचित जनजाति एवं अत्यंत पिछडा वर्ग के योग्य उम्मीदवार के लिए आवेदन पत्र आमंत्रित किया था. जिसमें ‘सस्य विज्ञान’ (Agronomy) विभाग (विषय कोड-V-22, ST-1, BC-1-01) में दो रिक्त पद को क्रम संख्या-1 में रखा गया था. अचानक विश्वविद्याल के पत्र (2072, 17.12.2020) के आधार पर ‘सस्य विज्ञान’ के लिए विज्ञापित 02 रिक्तियों को आयोग ने विलोपित कर दिया. जबकि विश्वविद्यालय में ‘सस्य विज्ञान’ की पढ़ाई अनुबंध पर नियुक्त प्रोफेसर के जिम्मे है.
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उम्मीदवारों को फोन से दी गई इंटरव्यू रद्द करने की जानकारी
झारखंड लोक सेवा आयोग के अनुसार बिरसा कषि विश्वविद्यालय से जारी पत्र के आधार पर सस्य विज्ञान विषय के लिए विज्ञापित 02 रिक्तियों को विलोपति किया जाता है. शिकायत करने वालों के अनुसार 12.12.2020 को आयोग से फोन कर उम्मीदवारों को साक्षात्कार के लिए त तैयार रहने को कहा गया. दिनांक 18.12.2020 को बताया गया कि ‘सस्य विषय’ को विलोपित कर दिया गया है, साक्षात्कार नहीं होगा.
![BAU: अपनों को फायदा पहुंचाने के लिए खत्म किया ‘सस्य विज्ञान’ का पद](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2021/01/Lagatar-7.jpg?resize=652%2C946&ssl=1)
क्या है ‘सस्य विज्ञान’
कृषि विज्ञान के तहत ‘सस्य विज्ञान’ वह शाखा है, जो फसल उत्पादन और मृदा प्रबंधन के सिद्धांतों से संबंध रखता है. भूमि का उचित प्रबंधन कर वैज्ञानिक विधि से फसलों को उगाने का अध्ययन सस्य विज्ञान का अंग है.
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