Patna : बिहार में नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई महागठबंधन सरकार के मंत्रिमंडल का गठन 16 अगस्त को होना है. लेकिन मंत्री पद को लेकर सबसे ज्यादा आरजेडी और कांग्रेस में माथापच्ची है. इन दोनों दलों में मंत्री पद के सबसे ज्यादा दावेदार हैं. आरजेडी में मंत्री पद को लेकर मचे कोहराम को देखते हुए लालू प्रसाद यादव 15 अगस्त को पटना आ सकते हैं. कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद पटना में मंत्री के दावेदार नेताओं से मुलाकात करने के बाद इस पर अंतिम मुहर लगायेंगे.
राजद और जेडीयू के बीच 50-50 फार्मूला तय
जेडीयू के एक एमपी ने बताया है कि कैबिनेट विस्तार को लेकर राजद और जेडीयू के बीच 50-50 फार्मूला तय हुआ है. कांग्रेस और हम को जदयू के कोटे से कैबिनेट में स्थान दिया जाएगा, जबकि वामदलों को राजद अपने कोटे में समायोजित करेगी. नीतीश कैबिनेट में कुल 35 मंत्री होंगे, जिनमें सीएम और डिप्टी सीएम भी शामिल हैं. स्पीकर का पद आरजेडी या कांग्रेस को मिल सकता है. महागठबंधन में आरजेडी सबसे बड़ी पार्टी है. यही कारण है कि आरजेडी में मंत्री पद को लेकर सबसे ज्यादा कोहराम मचा है. आरजेडी नेता दिल्ली से लेकर पटना तक अपने पक्ष में गोलबंदी करने में लगे हैं. इसको देखते हुए तेजस्वी ने इस पूरे प्रकरण में लालू प्रसाद को हस्तक्षेप करने को कहा था. कहा जा रहा है कि इसको देखते हुए लालू प्रसाद इस मामले का निपटारा करने के लिए 15 अगस्त को पटना आ सकते हैं.
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आरजेडी कोटा से 16 मंत्री रहेंगे
सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार, नीतीश कुमार के नेतृत्व वाली नई महागठबंधन सरकार में आरजेडी कोटा से 16 मंत्री रहेंगे. इसमें 10 नाम आलोक मेहता, अनिता देवी, बागी कुमार वर्मा,शाहनवाज, भाई वीरेंद्र, सर्वजीत, तेजप्रताप यादव, ललित यादव, भूदेव चौधरी और अनिल सहनी के नाम पर फिलहाल आम सहमति बन गई है. लेकिन वीणा देवी, प्रभाकर सिंह, सौरभ कुमार, राहुल तिवारी, बच्चा पांडेय और डॉ शम्मी के नाम पर अभी पेंच फंसा है. कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद इन सभी से अपने पटना प्रवास के दौरान मिलेंगे. कहा जा रहा है कि लालू प्रसाद ही तय करेंगे कि इनमें से कौन मंत्री बनेंगे और कौन नहीं.
भूमिहारों को भी मिलेगी भागीदारी
तेजस्वी यादव सरकार में भूमिहारों को भी मंत्री बनाना चाह रहे हैं. लेकिन, विधानसभा में भूमिहार कोटा से पार्टी के पास कोई विधायक नहीं है. इसको देखते हुए आरजेडी विधान परिषद से अपने तीन पार्षद कार्तिक कुमार, सौरभ और अजय में से किसी को मौका दे सकते हैं. सूत्रों का कहना है कि जदयू सांसद ललन सिंह चाहते हैं कि सौरभ आरजेडी कोटे से मंत्री बने. इसलिए इनकी संभावना ज्यादा दिख रही है.
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