Patna : बिहार विधान परिषद की 24 सीटों पर चुनाव होना है. इसके लिए जनता दल यूनाइटेड ने 11 उम्मीदवारों की सूची घोषित कर दी है. जेडीयू ने पटना से वाल्मीकि सिंह, नालंदा से रीना देवी, गया से मनोरमा देवी, नवादा से सलमान रागिव, भोजपुर से राधा चरण शाह, पश्चिम चंपारण से राजेश राम, मुजफ्फरपुर से दिनेश प्रसाद सिंह, सीतामढ़ी से रेखा कुमारी, मुंगेर से संजय प्रसाद, भागलपुर से विजय कुमार सिंह और मधुबनी से विनोद कुमार सिंह को अपना उम्मीदवार बनाया है.
कुशवाहा ने किया जीत का दावा
जेडीयू के प्रदेश अध्यक्ष उमेश कुशवाहा ने सूची जारी करते हुए दावा करते हुए कहा – मुझे पूरा भरोसा है कि हमारे दल के साथ-साथ एनडीए गठबंधन के जितने भी उम्मीदवार हैं, सभी जगह से जीतकर आएंगे. इस बार बिहार एमएलसी चुनाव में एनडीए गठबंधन सभी सीटों पर जीत हासिल करेगा.
इसे भी पढ़ें – Russia-Ukraine War : हरदीप पुरी ने कहा, तेल की कमी नहीं होने देंगे, अपने नागरिकों के हित में जो अच्छा होगा, वह फैसला लेंगे
4 अप्रैल को होगा मतदान
राज्य निर्वाचन आयोग ने 4 अप्रैल को मतदान की तारीख तय की है. 9 मार्च को विधान परिषद चुनाव के लिए अधिसूचना जारी होगी. इसके साथ ही नामांकन की प्रक्रिया भी शुरू हो जाएगी. उम्मीदवार अपना नामांकन 16 मार्च तक कर पाएंगे, जबकि नामांकन पत्रों की जांच 17 मार्च को होगी. 21 मार्च तक नाम वापस लिये जा सकेंगे. 4 अप्रैल को मतदान का दिन रखा गया है. सुबह 8 बजे से शाम 4 बजे तक वोटिंग होगी. विधान परिषद चुनाव के लिए मतगणना 7 अप्रैल को होगी.
बिहार में आचार संहिता लागू
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने बताया कि एमएलसी चुनाव को लेकर प्रदेश में आचार संहिता आज से लागू हो गई है. इस बार चुनाव के दौरान लोकसभा सांसद और विधायकों को उनके क्षेत्र के किसी एक प्रखंड में मतदान देने का अधिकार होगा. जिन विधानसभा क्षेत्र में दो से तीन ब्लॉक आते हैं, ऐसे में विधायक और लोकसभा सांसद के लिए अपने क्षेत्र के किसी एक ब्लॉक के मतदान केंद्र को चुनने का अधिकार होगा, जहां वह मतदान के दिन मतदान कर सकेंगे.
वोटर लिस्ट 7 मार्च को होगी जारी
इससे पहले विधायकों और लोकसभा सांसदों से रिटर्निंग ऑफिसर उनका मनपसंद मतदान केंद्र पूछेंगे और उनके लिए वह मतदान केंद्र वोटिंग के लिए सुनिश्चित करेंगे. राज्यसभा सांसदों और विधान पार्षदों को सिर्फ वोटर लिस्ट वाले मतदान केंद्र में वोट करने का अधिकार होगा. वोटर लिस्ट 7 मार्च को जारी की जाएगी. अगर किसी का नाम कुछ गलत है या नाम में कुछ जुड़वाना है, तो 11 मार्च तक वे अपने नाम में सुधार करा सकते हैं.
इसे भी पढ़ें – बिहारः फिर स्थगित हुई BPSC 67वीं पीटी परीक्षा, जान लें नई डेट