Patna: केंद्र सरकार का जोर डिजिटल बैंकिंग पर फोकस है है. सरकार और आरबीआई की सोच है कि लोगों को बैंकिंग से जुड़े तमाम कार्यों के लिए बैंक शाखा तक कम से कम जाना पड़े. अधिकांश कार्य वो घर बैठे अपने मोबाइल, लैपटॉप आदि के जरिए कर सकें. लेकिन राज्य में छह करोड़ खातों के मोबाइल और आधार नंबर से जुड़ा न होने के कारण यहां डिजिटल बैंकिंग का अभियान सुस्त होता नजर आ रहा है.
बैंक की ओर से लगातार भेजे जा रहे मैसेज
इन बैंक खातों में सामान्य खाते, जनधन और नो फ्रिल (जीरो बैलेंस पर खोले जाने वाले) खाते भी शामिल हैं. बैंकों द्वारा लगातार मैसेज भेजे जाने के बावजूद इन खातों की मोबाइल और आधार से लिंक नहीं करायी जा सकी है. इस कारण नेट बैंकिंग, मोबाइल बैंकिंग, आरटीजीएस सहित तमाम सेवाओं का लाभ ऐसे खाताधारक नहीं ले पा रहे हैं. इसके अलावा केंद्र और राज्य सरकार की ओर से खातों में सीधे भेजे जाने वाले लाभ से भी ऐसे लोग वंचित हो रहे हैं.
इसे भी पढ़ें- बोकारो: रेमडेसिविर मामले की जांच करने अस्पताल पहुंचे DSP, मांगे कागजात
राज्य में करीब 10 करोड़ खाताधारक
बात करें राज्य में बैंक खाताधारकों की तो यह संख्या 31 मार्च 2021 तक 10 करोड़ 07 लाख 25 हजार 225 हैं. इनमें छह करोड़ 31 लाख 99 हजार 62 बैंक खाते ही अभी तक मोबाइल नंबर से जुड़ पाये हैं. यह आंकड़ा 62.74 फीसदी है. जबकि आधार नंबर से जुड़े खातों की संख्या 08 करोड़ 05 लाख 69 हजार 386 है. यह संख्या कुल खातों की 79.9 प्रतिशत है. यानि राज्य में पौने चार करोड़ खाते मोबाइल से और दो करोड़ से अधिक आधार से लिंक नहीं हैं.