Ranchi : झारखंड मुक्ति मोर्चा के केंद्रीय महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने बरियातू स्थित केंद्रीय कार्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस की. इस दौरान उन्होंने कहा कि कल से वैश्विक महामारी के खिलाफ जनकल्याण की शुरुआत पूरे देश सहित झारखंड में भी होने जा रही है.. उन्होंने कहा कि झारखंड के मुख्यमंत्री ने विगत एक वर्ष में कोरोना महासंकट का धैर्य, बुद्धि और योजनाबद्ध तरीके से सामना किया है.
कहा कि सीएम हेमंत सोरेन का इस संकट की घड़ी में किया गया काम देश के लिए मिसाल बना है. साढ़े तीन करोड़ की आबादी वाले इस राज्य में 50 लाख कोरोना जांच कर कीर्तिमान स्थापित किया है. देश के राष्ट्रीय औसत से अधिक झारखंड के लोगों की कोरोना जांच की गयी है. जांच के इस औसत में बिहार हमसे पिछड़ा हुआ है.
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राज्य में मार्च से ही मिशन मोड में किया गया काम
सुप्रियो भट्टाचार्य ने कहा कि हेमंत सोरेन की सरकार के कुशल प्रबंधन में राज्य में मार्च से ही मिशन मोड में काम किया गया. इसमें राज्य के चिकित्सक, पुलिस, फ्रंटलाइन वर्कर, सफाईकर्मी और झारखंड के आम वाम सबका सहयोग मिला है. उन्होंने कहा कि हम बिखरी हुई स्वास्थ्य व्यवस्था होने के बावजूद व्यवस्थित तरीके से काम करते हुए देश में सातवें स्थान पर पहुंचे हैं.
उन्होंने कहा कि झारखंड देश का पहला राज्य है जहां का हर एक प्रखंड कोरोना जांच के लिए सक्षम है. प्रखंड स्तर पर भी कोरोना जांच के लिए मशीन की व्यवस्था है. सभी जिलों में आरटी, पीसीआर जांच की व्यवस्था है और यही हमारी उपलब्धि है.
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देश के वैज्ञानिकों ने महाविनाश का टीका बनाने के लिए की कड़ी मेहनत
16 जनवरी को हम सीएम हेमंत सोरेन के नेतृत्व में वैक्सीनेशन के महाअभियान की शुरुआत करने जा रहे हैं. हम भारत के महान वैज्ञानिकों के प्रति कृतज्ञता प्रकट करते हैं. देश के वैज्ञानिकों ने पूरे विश्व के साथ एक सामंजस्य स्थापित कर दिन रात मेहनत कर इस महाविनाश पर ब्रेक लगाने का काम किया है. यही कुशल प्रबंधन हेमंत सोरेन के एक साल की देन है.
जेपीएससी परीक्षा में भाजपा का भ्रष्टाचार सामने आया
कल एक रिपोर्ट भी आयी, जिसमें राज्य बनने के बाद 2004 में पहली जेपीएससी की परीक्षा और 2008 का जो जेपीएससी का रिजल्ट आया था, इसमें सीबीआई जांच पूरा कर ली गयी है. 55 ऐसे अभ्यर्थियों को चिन्हित करने का काम किया गया है जो तत्कालीन जेपीएससी के चेयरमैन और प्रथम मुख्यमंत्री बाबूलाल मरांडी के काफी करीबी लोग रहे हैं.
दिलीप प्रसाद जो अध्यक्ष हुआ करते थे, गोपाल प्रसाद, राधा गोविंद नागेश और शांति देवी ने किस प्रकार घोटाला कर अपने स्वजनों को, तत्कालीन सरकार के मंत्री के रिश्तेदारों को, सत्ताधारी दल के विधायकों के रिश्तेदारों को भ्रष्टाचार करते हुए उत्तीर्ण करने का काम किया. वैसे 55 लोग चिन्हित किये गये हैं जो आज राज्य की सेवा में है. उन्होंने कहा कि हम सीबीआई का अभिनंदन करना चाहते हैं, बहुत देर से ही सही लेकिन भाजपा ने जिस भ्रष्टाचार का बीज बोया था उसके फल को चिन्हित करने का काम किया गया है.
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