Ranchi : रविवार को एचईसी बचाओ मजदूर जनसंघर्ष समिति व यूनियन प्रतिनिधियों का संयुक्त बैठक राजद महासचिव कैलाश यादव के धुर्वा स्थित आवासीय कार्यालय में हुई. बैठक में प्रतिनिधियों को बताया कि एचईसी बचाओ मजदूर जनसंघर्ष समिति के द्वारा प्रस्तावित 8 सूत्री मांग पत्र को लेकर 23 जुलाई को झारखंड के श्रम मंत्री सत्यानंद भोक्ता से नेपाल हाउस में त्रिपक्षीय वार्ता होगी. उस दौरान राष्ट्रीय जनता दल से 10 और एचईसी बचाओ मजदूर जनसंघर्ष समिति से 10 प्रमुख लोग उपस्थित रहेंगे. वार्ता में श्रम एवं उद्योग मंत्री सत्यानंद भोक्ता,उद्योग सचिव,एचईसी सीएमडी और यूनियन प्रतिनिधि रहेंगे.
कैलाश यादव ने कहा कि बेहद अफसोस की बात है कि 20 जुलाई को एचईसी के जगन्नाथ मैदान में बीजेपी के विस्तृत कार्यसमिति बैठक के दौरान राष्ट्रीय स्तर के अनेक बड़े नेताओं का जमावड़ा हुआ. जिसमें मुख्य रूप से केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह,कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान,महिला बाल विकास मंत्री अन्नपूर्णा देवी,रांची से सांसद व रक्षा राज्यमंत्री संजय सेठ असम के सीएम हिमंता बिस्वा सरमा, बाबूलाल मरांडी एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा सहित राज्य के तमाम सांसद/विधायक मौजूद थे. लेकिन एक बार भी एचईसी के कर्मचारियों,अधिकारियों,विस्थापित व मृत आश्रित मजदूरों के लगभग 24 महीने से बकाये वेतन भुगतान पर एक शब्द भी किसी ने नहीं बोला. और न ही आवासीय,व्यवसायिक क्षेत्र पर व एचईसी के रिवाइवल के पक्ष में कुछ वक्तव्य दिया. बीजेपी के सम्मेलन से लोगों में आशा बंधी थी कि मोदी, एनडीए सरकार के केंद्रीय मंत्रियों द्वारा एचईसी के समस्याओं पर निश्चित ही कुछ सकारात्मक टिप्पणी की जायेगी. लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
कैलाश यादव ने कहा कि केंद्र की सरकार जन समस्याओं के निराकरण के लिए कटिबद्ध है. लेकिन भाजपाई लोग सिर्फ जुमला फेंकने का काम कर बेवकूफ बनाते हैं, इनका रवैया अत्यंत निंदनीय है. बैठक में मनोज पाठक, हरेंद्र प्रसाद, प्रमोद कुमार, रामकुमार सिंह, शब्बर फातमी, संतोष राय, रंथू लोहार, सज्जाद अंसारी सहित अन्य मौजूद थे.
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