समझौते के जरिए 42 करोड़ की राशि की वसूली
Tenughat/ Bokaro : जिला विधिक सेवा प्राधिकार की ओर से शनिवार को बोकारो व तेनुघाट व्यवहार न्यायालय में अलग-अलग राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन कर मामलों का निष्पादन किया गया. इसके लिए बोकारो व्यवहार न्यायालय में 15 व तेनुघाट में 10 बेंच का गठन किया गया था. तेनुघाट में कुल 64515 मामलों का निष्पादन किया गया और समझौते के जरिए 42 करोड़ रुपए की राशि वसूल की गई. इनमें तेनुघाट व्यवहार न्यायालय के लंबित समेत एसडीओ कोर्ट के 191 मामले व प्री लिटिगेशन के लगभग 61,000 मामलें शामिल हैं. वहीं, इससे पूर्व जिला जज प्रथम राजेश कुमार सिन्हा, कुटुंब न्यायालय के राजीव रंजन, जिला जज द्वितीय अनिल कुमार, जिला जज तृतीय सूर्यमणि त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से किया. व्यवहार न्यायालय बोकारो में राष्ट्रीय लोक अदालत का उद्घाटन प्रधान जिला न्यायधीश सह अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार संतोष कुमार, डीसी सह उपाध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकार बोकारो कुलदीप चौधरी, एसपी प्रियदर्शी आलोक, प्रीसाइडिंग पदाधिकारी लेबर कोर्ट अनुज कुमार व प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय आलोक कुमार दुबे ने संयुक्त रूप से किया. लोक अदालत में सुलह योग्य अपराधिक मामले, मोटर दुर्घटना दावा मामले, पारिवारिक मामले, राजस्व से सम्बंधित मामले, बिजली बिल, पानी बिल, भूमि अधिग्रहण आदि मामलों का निष्पादन किया गया.
साहेबगंज व राजमहल में लगी लोक अदालत
Sahibganj : साहिबगंज के प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश मनोज कुमार सिंह की अध्यक्षता में व्यवहार न्यायालय साहेबगंज व अनुमंडल व्यवहार न्यायालय परिसर राजमहल में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन किया गया. दोनों जगहों पर आपासी समझौते के तहत मामलों का निष्पादन किया गया. प्रधान जिला एवं सत्र न्यायधीश सह जिला विधिक सेवा प्राधिकार के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह, डीसी रामनिवास यादव सहित अन्य जजों ने संयुक्त रूप से किया. प्रधान जिला जज मनोज कुमार सिंह ने कहा कि यह इस वर्ष की अंतिम लोक अदालत है. इसका अधिक से अधिक लाभ उठाएं. प्रधान न्यायाधीश कुटुंब न्यायालय संजय कुमार उपाध्याय ने लोक अदालत की अहमियत पर प्रकाश डाला. डीसी रामनिवास यादव ने कहा कि लोक अदालत वादों का आपसी सहमति से निष्पादन का अच्छा मंच है.
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