Patna: दरभंगा पार्सल बम ब्लास्ट मामले में NIA की जांच तेजी से बढ़ रही है. इसी क्रम में में दोनों भाइयों को शुक्रवार को पटना NIA कोर्ट में पेश किया गया. एनआईए ने चार दिन की रिमांड की मांग की. बता दें कि 17 जून को दरभंगा रेलवे स्टेशन पर हुए पार्सल ब्लास्ट मामले में इमरान मलिक और नासिर मलिक को हाल ही में हैदराबाद से गिरफ्तार किया गया था. गिरफ्तार आरोपी भाइयों को कड़ी सुरक्षा के बीच हैदराबाद से पटना लाया गया. बताया जाता है कि एनआईए रिमांड के दौरान दोनों भाइयों की दरभंगा ब्लास्ट में भूमिका और शामली से पकड़े गए सलीम के साथ उनके नेटवर्क के बारे में गहनता से पड़ताल करेगी.
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पटना एटीएस ऑफिस में पूछताछ
एनआईए कोर्ट में पेशी से पहले दोनों भाइयों से पटना के एटीएस ऑफिस में करीब पौने तीन घंटे तक पूछताछ की गई. मिली जानकारी के अनुसार उनके घर से पुलिस को दरभंगा ब्लास्ट में इस्तेमाल किए गए केमिकल बम से संबंधित कुछ चीजें मिली थीं. पार्सल बुक करने में इन दोनों भाइयों की भूमिका बताई जा रही है. ये दोनों कैराना से गिरफ्तार सलीम से आर्डर लेते थे. सलीम से पूछताछ में इस नेटवर्क का पाकिस्तान कनेक्शन भी सामने आ रहा है. एटीएस द्वारा पूछताछ में सलीम ने कई राज भी उगले हैं.
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आईएसआई हैंडलर इकबाल काना नाम आया
जांच में पाकिस्तान में रहने वाले आईएसआई के हैंडलर इकबाल काना का भी नाम आया है, जो शामली का रहने वाला है. इकबाल द्वारा सलीम को पैसे भेजे जाने का भी पता चला है. बताया जा रहा है कि सलीम ही वो हैंडलर है, जिसने हैदराबाद में कपड़े का व्यवसाय करने वाले इमरान और नासिर को इसके लिए तैयार किया. सलीम को हवाला के जरिए 1.60 लाख रुपए मिलने का भी पता चला है. उनसे धमाके बाद बड़ी रकम का वादा किया गया था. बताया जा रहा है कि आईएसआई के हैंडलर ने इमरान को लिक्विड बम बनाने का वीडियो भेजा था. उसी वीडियो को देखकर बम बनाया गया था.
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