NewDelhi : कांग्रेस ने बजट-2020-21 पेश किये जाने के बाद मोदी सरकार पर करारा हमला बोला है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने केंद्रीय बजट 2021 पर निराशा जताते हुए कहा कि इस बजट में गरीबों के लिए कुछ भी नहीं है.
राहुल गांधी ने बजट पर तंज कसते हुए कहा, गरीबों के हाथों में नगदी भूल ही जाइए, सरकार देश की संपत्ति भी पूंजीपतियों को सौंप रही है.
Forget putting cash in the hands of people, Modi Govt plans to handover India’s assets to his crony capitalist friends.#Budget2021
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2021
इस क्रम में कांग्रेस के मल्लिकाजुर्न खड़गे ने बजट को लेकर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, यह सरकार जुमला बोलने में माहिर है कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने भी ट्वीट कर कई सवाल दागे हैं.
FM’s Talkthorn oblivious that growth rate of GDP is in a record 37th month decline.Worst Crisis since 1991.
Except for a National Monetisation Plan – short hand for National Sell out no Central Focus in Budget.
Bottom line-Will not grow economy but sell the family silver.
— Manish Tewari (@ManishTewari) February 1, 2021
1991 के बाद से यह सबसे बड़ा संकट है
कहा कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के भाषण में सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में 37 महीनों की रिकॉर्ड गिरावट का जिक्र नहीं है और इसमें अर्थव्यवस्था को गति देने पर ध्यान नहीं दिया गया. कांग्रेस प्रवक्ता मनीष तिवारी ने ट्वीट किया, वित्त मंत्री के भाषण में इसका कोई जिक्र ही नहीं हुआ कि जीडीपी में 37 महीनों की रिकॉर्ड गिरावट है. 1991 के बाद से यह सबसे बड़ा संकट है.
उन्होंने दावा किया कि देश की बहुमूल्य संपत्तियों को बेचने के अलावा बजट में कोई मुख्य ध्यान नहीं दिया गया. उन्होंने कहा कि मुख्य बात यह है कि अर्थव्यवस्था को आगे नहीं बढ़ाओ, सिर्फ देश की बहुमूल्य संपत्तियों को बेचो.
बजट में उन राज्यों को पैसा दिया गया, जहां चुनाव
कांग्रेस नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि बजट में सिर्फ उन राज्यों को पैसा दिया गया है, जहां चुनाव होने वाले हैं. मल्लिकाजुर्न खड़गे ने बजट को लेकर सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा, यह सरकार जुमला बोलने में माहिर है और अपने बजट को सर्वश्रेष्ठ बताती है. बहुत जुमले हैं उनके पास.
उन्होंने कहा, चुनावी राज्यों को देखते हुए यह बजट तैयार किया गया है. जब वहां पर बाढ़ आती है तब याद नहीं आती. अब चुनाव है इसलिए चुनावी राज्यों को खूब पैसा दिया है. पब्लिक सेक्टर और तमाम सरकारी उपक्रमों को बेचने की बात कही गई है. लेकिन डिफेंस के लिए क्या करेंगे ये बताया नहीं
टीकाकरण अभियान के लिए 35,000 करोड़ का प्रावधान
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने सोमवार को बजट पेश किया. इसमें सरकार ने देश में बुनियादी अवसंरचना के सृजन के जरिए आर्थिक वृद्धि को गति देने के लिए वित्त वर्ष 2021-22 में पूंजीगत व्यय को 34.5 प्रतिशत बढ़ाकर 5.5 लाख करोड़ रुपये करने का प्रस्ताव किया है.
सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रमों तथा वित्तीय संस्थानों में हिस्सेदारी बिक्री से वित्त वर्ष 2021-22 में 1.75 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा गया है. इसके साथ ही कोरोना के टीकाकरण अभियान के लिए 35,000 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है.