Lagatar Desk : केंद्रीय बजट में सरकार ने कमाई पर टैक्स में कमी करके तालियां बटोर ली. सैलरी क्लास खुशी से झूम रहा है. इस बीच अब इसका डिटेल सामने आने लगे हैं. वित्त मंत्री ने बजट में यह प्रस्ताव रखा है कि कर्मचारियों को मिलने वाला हर तरह का लाभ वेतन का हिस्सा माना जायेगा.
हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि कर्मचारियों को मिलने वाला किस-किस तरह का लाभ वेतन का हिस्सा माना जायेगा. अगले हफ्ते लोकसभा में पेश होने वाले नए आयकर अधिनियम के आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट हो पायेगी.
टैक्स गणित पर नजर रखने विशेषज्ञों के मुताबिक कर्मचारियों को वेतन के अलावा मिलने वाली 50 हजार रुपये तक की राशि को आयकर के दायरे से बाहर रखा जाता है. अगर इसे भी वेतन का हिस्सा माना जायेगा, तो आयकर के दायरे में पूरा का पूरा वेतन आ जायेगा. ऐसी स्थिति नए टैक्स रीजिम में जितना लाभ मिलने की बात कही जा रही है, वह कम हो जायेगा.
इसका असर निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों पर ज्यादा पड़ेगा. क्योंकि कंपनियां वेतन को कम दिखाने के लिए अलग-अलग तरह के अलाउंस के माध्यम से कर्मचारियों को लाभ देती है.
उल्लेखनीय है कि वित्त मंत्री ने बजट में यह प्रस्ताव रखा है कि 12 लाख रुपये की आय पर कोई टैक्स नहीं देना पड़ेगा.
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