विभावि के पदाधिकारियों, शिक्षकों व विद्यार्थियों से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया सीधा संवाद
विश्वविद्यालयों की भारत के विकास में अग्रणी भूमिका
नई चेतना जागृत कर समर्पित युवा पीढ़ी गढ़ें शिक्षक
Hazaribagh: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वेबकास्ट के जरिए विनोबा भावे विश्वविद्यालय में कार्यरत पदाधिकारी, शिक्षक, शिक्षकेत्तर कर्मियों एवं पठान-पाटन कर रहे विद्यार्थियों से सीधा संवाद किया. इस दौरान विवि का विवेकानंद सभागार खचाखच भरा हुआ था. अपने 30 मिनट के संबोधन में प्रधानमंत्री ने बताया कि वर्तमान में भारत अपने अमृतकाल में है. यही सही समय है. भारत के विश्वविद्यालय एवं विशेष कर विश्वविद्यालय में कार्यरत शिक्षक भारत को विकसित करने के संकल्प के साथ आज से ही कार्य करना प्रारंभ करें. उन्होंने आगे बताया कि भारत के भविष्य का निर्माण भारत के आज के युवा के हाथों में है. इन युवाओं को दिशा दर्शन कराने का दायित्व आज के शिक्षकों का है. पीएम मोदी ने यह भी कहा कि स्वतंत्रता काल में भारत के युवाओं में राष्ट्रीय चेतना जागृत कर आजादी की एक बड़ी लड़ाई सफलतापूर्वक लड़ी गई थी. अब संकल्प लेना है कि फिर से युवाओं में नई चेतना जागृत कर एक समर्पित युवा पीढ़ी का निर्माण करना है. यही युवा पीढ़ी वर्ष 2047 तक विकसित भारत के लक्ष्य को प्राप्त करने के हम सभी के सपने को साकार करेगी.
इसे भी पढ़ें-मोदी की गारंटी को धरातल पर उतारने में सक्रिय भूमिका निभाएं : बाबूलाल
सार्थक बदलाव की शुरुआत स्वयं से करें : पीएम
पीएम ने बताया कि अंग्रेजी के दो शब्द आइडिया एवं इंडिया दोनों ‘आई’ यानी ‘मैं’ से शुरू होता है. इसका मतलब है कि हम जो भी बदलाव लाना चाहें, स्वयं से इसकी शुरुआत करें. प्रधानमंत्री ने इस संबंध में शिक्षकों से एवं विद्यार्थियों से पांच बिंदुओं पर सुझाव आमंत्रित किया. उन्होंने यह भी बताया कि श्रेष्ठ 10 सुझाव को पुरस्कृत किया जाएगा.
इसे भी पढ़ें-एलएलबी सेम-2 परीक्षा में लॉ कॉलेज धनबाद के 89% छात्र पास
‘यह देशहित को सर्वोपरि करने का वक्त’
अपने संबोधन में पीएम ने कहा कि समय आ गया है कि हम फिर से देशहित को सर्वोपरि करें. उन्होंने नागरिकों को सजक रहने एवं युवाओं में कर्तव्यबोध के विकास की आवश्यकता को रेखांकित किया. प्रधानमंत्री ने बताया कि शिक्षक सबसे अधिक विद्यार्थियों के संपर्क में रहते हैं. उन्होंने शिक्षकों से आग्रह किया कि वह अपने विद्यार्थियों के समक्ष रोल मॉडल बनने का प्रयास करें. कार्यक्रम का आयोजन यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग के सहयोग से किया गया था. विवेकानंद सभागार में विश्वविद्यालय के सीसीडीसी डॉ. केके गुप्ता ने सभी का किया. आयोजन प्रमुख डॉ. सुकल्याण मोइत्रा ने कार्यक्रम का संचालन किया तथा विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ. एम. आलम ने धन्यवाद ज्ञापन किया.