- मनरेगा में कार्यरत क्षेत्रीय पदाधिकारियों और कर्मियों का बढ़ा मानदेय
Ranchi : झारखंड के विधायकों को मिलने वाली ‘विधायक निधि’ की राशि बढ़ा दी गयी है. अब एक विधायक को हर साल चार करोड़ की जगह पांच करोड़ रुपये दिये जायेंगे. शुक्रवार को हुई हेमंत सोरेन कैबिनेट की बैठक में इस प्रस्ताव की स्वीकृति दी गयी. बजट सत्र – 2022 के दौरान विधायकों ने राशि बढ़ाने की मांग की थी, जिस पर बीते 25 मार्च को मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने राशि बढ़ाने का आश्वासन दिया था. इसके साथ ही सरकार राज्य के 1000 हृदय रोगियों का राजकोट और अहमदाबाद में मुफ्त इलाज कराएगी. मनरेगा में संविदा पर कार्यरत क्षेत्रीय पदाधिकारियों और कर्मियों के मानदेय में बढ़ोतरी की गयी है. यह बढ़ोतरी पांच साल से कम और पांच साल से अधिक अनुभव वाले कर्मियों के लिए हुआ है. इन दोनों प्रस्तावों पर भी कैबिनेट ने स्वीकृति दी है.
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सरकार और पीएमएसआरएफ के बीच हुआ है एमओयू
कैबिनेट के फैसले के मुताबिक, सरकार राज्य के 1000 हृदय रोगियों का राजकोट और अहमदाबाद स्थित सत्य साई हृदय अस्पताल में मुफ्त इलाज कराएगी. इसके लिए सरकार और संस्था ‘प्रशांति मेडिकल सर्विसेज एंड रिसर्च फाउंडेशन (पीएमएसआरएफ)’ के बीच एमओयू किया गया है. तीन माह से 18 वर्ष तक के 500 बच्चों का अहमदाबाद एवं 18 से 65 वर्ष के 500 वयस्कों का राजकोट में इलाज होगा. सबसे पहले पीएमएसआरएफ राज्य के जिला अस्पतालों और चिकित्सा महाविद्यालय या किसी भी अन्य उपयुक्त स्थान पर इन रोगियों की फ्री स्क्रैनिंग कैंप का आयोजन होगा. इसमें झारखंड सरकार मदद करेगी. जांच उपरांत रोगियों को संस्था द्वारा राजकोट या अहमदाबाद रेफर किया जाएगा. राज्य सरकार रोगियों और उसके एक परिजन को आने-जाने के लिए एकमुश्त 10,000 रुपये की राशि पीएमएसआरएफ को देगी. यह एमओयू एक वर्ष के लिए किया गया है. काम को देख कर एमओयू को बढ़ाया भी जाएगा.
मनरेगा में कार्यरत क्षेत्रीय कर्मियों का मासिक मानदेय बढ़ाया गया
ग्रामीण विकास अंतर्गत संचालित महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गांरटी योजना (मनरेगा) में कार्यरत क्षेत्रीय कर्मियों का मासिक मानदेय बढ़ाया गया है. यह बढ़ोतरी पांच साल से कम और पांच साल से अधिक अनुभव वाले कर्मियों के लिए हुआ है.
- पांच साल से अधिक और पांच साल से कम अनुभव वाले ब्लॉक प्रोग्राम ऑफिसर को अभी तक क्रमशः 19,500 और 20,000 मानदेय मिलता था, जिसे बढ़ाकर क्रमशः 23,140 और 23,700 रुपये किया गया है.
- टेक्निकल असिस्टेंट (सहायक इंजीनियर) में कर्मियों को क्रमशः 19,234 और 19734 रुपये मानदेय मिलता था, जिसे अब क्रमशः 22,000 और 22,500 रुपये मिलेगा.
- टेक्निकल एसिस्टेंट (जूनियर इंजीनियर) कर्मियों को क्रमशः 17520 और 18020 रुपये मानदेय मिलता था, जिसे अब क्रमशः 19,000 और 19,500 रुपये मिलेगा.
- एकाउंट असिस्टेंट कर्मियों को क्रमशः 10,000 और 10,500 रुपये मानदेय मिलता था, जिसे अब क्रमशः 14,300 और 14,800 रुपये मिलेगा.
- कम्प्यूटर असिस्टेंट कर्मियों को क्रमशः 10,000 और 10,500 रुपये मानदेय मिलता था, जिसे अब क्रमशः 14,300 और 14,800 रुपये मिलेगा.
- ग्राम रोजगार सेवक को क्रमशः 7500 और 8500 रुपये मानदेय मिलता था, जिसे बढ़ाकर क्रमशः 11,000 और 12,000 रुपये मिलेगा.
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