Jamshedpur : जीएसटी (गुड्स एंड सर्विस टैक्स) में आए दिन हो रहे संशोधनों से व्यापारी वर्ग खासकर सूक्ष्म एवं मध्यम वर्गीय व्यापारी त्रस्त हैं. उनके लिए संशोधनों को समझना, प्रभावी कर उनका अनुपालन करना और व्यापार करना कठिन लग रहा है. इससे व्यापारी वर्ग अब आंदोलन या अदालत के जरिए इसका समाधान चाहता है. जुगसलाई के व्यापारी श्रवण कुमार देबुका ने बताया कि इसके खिलाफ नौ अगस्त को सभी व्यापारिक संगठनों से आंदोलन का आह्वान किया है.
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उन्होंने कहा कि जीएसटी को व्यापारियों ने दिल पे पत्थर रखकर स्वीकार किया. लेकिन आए दिन इसमें हो रहे संशोधनों एवं कर के भार से व्यापार करना मुश्किल हो गया है. व्यापार चले या न चले, जीएसटी की भारी-भरकम दंड स्वरूप ब्याज निश्चित रूप से देना ही पड़ेगा. जीएसटी में किए गए उक्त संशोधनों के खिलाफ उन्होंने सभी व्यापारियों से विरोध एवं आंदोलन शुरू करने का आह्वान किया है. इसके लिए उन्होंने सिंहभूम चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री, फेडरेशन ऑफ झारखंड चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, रांची, भारतीय उद्योग एवं व्यापार मंडल, नई दिल्ली और फेडरेशन ऑफ चैम्बर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्रीज, नई दिल्ली को पत्र लिखकर नौ अगस्त व्यापार दिवस पर पूरे देश में विरोध करने का आह्वान किया है.