Ranchi: राज्य के नगर निकायों में लाइट लगाने और उसकी देखरेख के लिए नियुक्त की गई कंपनी EESL की मनमानी चरम पर है. कंपनी नगर विकास विभाग के आदेशों को मान ही नहीं रही है. 28 जून को कंपनी को एक हफ्ते में सभी निकायों में खराब पड़े स्ट्रीट लाइट और स्वीच को ठीक करने का निर्देश दिया गया था. लेकिन अबतक कंपनी ने खराब लाइटों को ठीक नहीं किया. वहीं जुलाई महीने में रांची और लातेहार नगर निकाय में सेंट्रलाइज्ट स्वीच ऑन-ऑफ सिस्टम को हर हाल में शुरू करने का निर्देश दिया गया था. कंपनी ने यह काम भी समय पर पूरा नहीं किया.
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लातेहार में सीसीएमएस पायलट प्रोजेक्ट भी नहीं हुआ इंस्टॉल
कंपनी ने 28 जून को विभाग को भरोसा दिलाया था कि लातेहार में सीसीएमएस पायलट प्रोजेक्ट को एक महीने के अंदर इंस्टॉल कर लिया जाएगा. लेकिन अबतक यह प्रोजेक्ट इंस्टॉल नहीं हो सका है. विभाग ने 2 अगस्त को जब इस बारे में कंपनी से जवाब तलब किया, तो कंपनी ने फिर से कहा कि कार्य प्रगति पर है और इसे शीघ्र पूरा कर लिया जाएगा.
डीपीआर भी स्वीकृत नहीं करा पा रही कंपनी
रामगढ़, छत्तरपुर और डोमचांच शहरी निकाय का डीपीआर जेबीवीएनएल के आंचलिक और क्षेत्रिय कार्यालयों के पास तकनीकी स्वीकृति के लिए लंबित हैं. EESL ने अबतक डीपीआर पर तकनीकी स्वीकृति नहीं कराई है. कंपनी के स्टेट हेड ने नगर विकास विभाग को आश्वासन दिया है कि एक सप्ताह में तकनीकी स्वीकृति कराकर विभाग को उपलब्ध करा दिया जाएगा.
एक हफ्ते में समस्याएं दूर नहीं हुई तो कंपनी पर होगी कार्रवाई
दरअसल सरकारी कंपनी होने के कारण EESL का यह रवैया है. शहरी निकायों की विद्युत व्यवस्था को लेकर 2 महीने में दर्जनों बार विभाग ने EESL को निर्देश और रिमांडर दिया. लेकिन कंपनी अपने तरीके से ही काम कर रही है. नगर विकास विभाग के संयुक्त सचिव एके मिश्रा का कहना है कि कंपनी को एक हफ्ते में सारी समस्याओं को दूर करने का आखिरी मौका दिया गया है. अगर एक हफ्ते में कंपनी ने शिकायतों को दूर नहीं किया तो कार्रवाई की जाएगी.
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