Chaibasa (Sukesh kumar) : आयता गांव के कुजू नदी तट पर छठ घाट बनाने की निविदा और कुजू डैम निर्माण को रद्द करने की मांग की गई है. इसके लिए झारखंड पुनरुत्थान अभियान लड़ाई लड़ेगी. आदिवासियों की संस्कृति पर दूसरे की संस्कृति थोपने वाली विकास मॉडल कोल्हान के नॉन रेगुलेशन एरिया में सहन नहीं किया जाएगा. यह प्रतिक्रिया झारखंड पुनरुत्थान अभियान के संयोजक बड़ा झींकपानी ग्राम पंचायत के पूर्व मुखिया कोलंबस हांसदा ने दी है. बुधवार को चाईबासा में बैठक संपन्न हुई. कोलंबस हांसदा ने कहा है कि अनुसूचित जिला में बिना पारंपरिक ग्रामसभा के योजना का चयन और क्रियान्वयन पेसा कानून की अवमानना है. जिला के पदाधिकारियों को इस अनुसूचित जिला में सामान्य प्रशासनिक व्यवस्था के तहत कार्य करने की कार्य संस्कृति बंद करनी चाहिए. पूर्व राज्यसभा सांसद डीपी जामुदा ने कहा कि जिला के प्रशासनिक अधिकारियों में निष्ठा और ईमानदारी की घोर कमी देखी जा रही है.
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इस अनुसूचित जिला में कल्याणकारी विकास कार्यक्रम का निगरानी अधिकारियों को जिस कर्तव्यपरायणता से करना चाहिए वह दिखाई नहीं देता. पूर्व सांसद चित्रसेन सिंकू ने कहा कि जिला के जनता को जिला के बेहतरी के लिए आगे आना होगा. झारखंड पुनरूत्थान अभियान की बैठक पूर्व सांसद डीपी जामुदा के आवास पर अभियान के मुख्य संयोजक सन्नी सिंकू के संयोजन में हुई. बैठक में झारखंड पुनरुत्थान अभियान के संयोजक अधिवक्ता महेंद्र जामुदा भी उपस्थित थे.
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