Chaibasa (Ramendra Kumar Sinha) : पिछले तीन दिनों से रुक-रुक कर हो रही वर्षा के कारण कुम्हारों की समस्याएं बढ़ गई है. गिली मिट्टी को बचाकर रखना, सूखे मिट्टी को यथा स्थिति में बनाए रखना, तैयार सामान को सुरक्षित रखना उनके लिए बड़ी समस्या होती जा रही है. विश्वकर्मा पूजा के दौरान सभी कुम्हारों ने जैसे तैसे भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति बनाकर ग्राहकों को दी लेकिन अब तो उन्हें अन्य मिट्टी के बर्तन जो हमेशा बनाए जाते हैं उनको सुरक्षित रखना उनके लिए समस्या बन गई है. इस समस्या का समाधान कैसे ढूंढे उन्हें समझ नहीं आ रहा है. यह स्थिति किसी एक कुम्हार की नहीं बल्कि कुम्हार टोली में रहने वाले सभी कुम्हारों की है. मिट्टी के बर्तन सुखाने में उन्हें परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. जबतक बर्तन सुखेंगे नहीं उन्हें पकाया नहीं जा सकता. ऐसी स्थिति में कुम्हारों को दिन के ठीक होने का इंतजार है ताकि उनका कारोबार फिर गति पकड़ सके.
इसे भी पढ़ें : चांडिल : स्वच्छ व स्वस्थ चांडिल बनाने के लिए होटल राहुल पैलेस ने शुरू की मुहिम
[wpse_comments_template]