Chaibasa (Ramendra Kumar Sinha) : झारखंड सरकार के मंत्री बादल पत्रलेख ने कहा है कि राज्य सरकार के मुखिया हेमंत सोरेन के नेतृत्व में विभाग हमेशा से मछुआरों एवं उनके परिवारों के रोजगार को आगे बढ़ाने के लिए प्रयत्नशील रही है और आगे भी रहेगी. मंत्री बादल पत्रलेख गुरुवार को मंगला हाट में मछुआरों के लिए बनाए गए एकीकृत हाट का उद्घाटन करने के क्रम में यह बातें कही. उन्होंने कहा कि मछुआरे परिवार की हमेशा से जो परंपरा रही है उस परंपरा को सरकार के माध्यम से एक व्यवसाय का रूप देने का प्रयास किया जा रहा है, ताकि उनकी आय बढ़े. इसके अलावा जिले के सभी मौसमी तालाबों और बंद पड़े बड़े-बड़े खदानों में जिनमें पानी की सुविधा है उनके माध्यम से मत्स्य व्यवसाय को आगे बढ़ाने के लिए भी सरकार कार्य कर रही है.
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अन्य जिलों में भी मछली उत्पादन का काम किया जाएगा शुरू
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तालाबों और बंद पड़े खदानों के माध्यम से उन्हें मछली पालन करने का अवसर प्रदान किया जा रहा है. इससे समाज के लोगों को काफी फायदा होगा. उन्होंने कहा कि पश्चिम सिंहभूम जिले में जिस योजना की शुरुआत की जाती है उसे पूरे राज्य स्तर पर कायम किया जाता है और यह परंपरा कायम रहेगी. जल्द ही इसी परंपरा का निर्वाह करते हुए राज्य के सभी जिलों में यह व्यवस्था शुरू होगी. इसके अलावे राज्य के अन्य जिलों में भी मछली उत्पादन का काम शुरू होगा. ऐसा होने से राज्य में मछली उत्पादन का लक्ष्य 2,34,000 मीट्रिक टन हो जाएगा.
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मछुआरों के बीच मछली का जीरा किया गया वितरित
इसके अलावा सरकार मछुआरों के लिए बीमा योजना भी ला रही है एवं आपके उत्पादों का उचित मूल्य मिले सरकार इसके लिए भी कार्यरत है. इस मौके पर उन्होंने सांकेतिक तौर पर मछुआरा समाज के महिलाओं के बीच 5,22,000 के चेक प्रदान किए. कुछ महिलाओं के एवं मछुआरा को मछलियों का जीरा भी वितरण किया गया. इस अवसर पर पश्चिमी सिंहभूम के सांसद गीता कोड़ा, मंत्री जोबा मांझी, स्थानीय विधायक दीपक बिरुवा, विधायक सोनाराम सिंह सहित विभाग के निदेशक एसएन द्विवेदी सहित बड़ी संख्या में मछुआरा समाज के लोग उपस्थित थे.