Chaibasa : जिला अंधापन नियंत्रण समिति पश्चिमी सिंहभूम चाईबासा के द्वारा 37वीं राष्ट्रीय नेत्रदान पखवाड़े के अवसर पर राजकीय कन्या उच्च विद्यालय चाईबासा में नेत्रदान पर सेमिनार का आयोजन किया गया. इस सेमिनार में सदर अस्पताल चाईबासा के नेत्र पदाधिकारी डॉ. मनोज सिंह मुंडा के द्वारा नेत्रदान के बारे में विस्तार पूर्वक छात्राओं को जानकारी दी गयी. उन्होंने नेत्रदान की प्रक्रिया पर चर्चा की तथा समाज में फैली रूढ़ीवादी कुरीतियों के बारे में भी अवगत कराया. नेत्रदान की सेमिनार पर सदर प्रखंड चाईबासा के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी प्रमिला कुमारी ने छात्राओं को नेत्रदान के प्रति संकल्प लेने के लिए प्रेरित किया.
![](https://i0.wp.com/lagatar.in/wp-content/uploads/2022/09/Chaibasa-Netradan-1.jpg?resize=600%2C400&ssl=1)
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर: सीमा पात्रा मामले में भाजपा पर जमकर बरसे डॉक्टर अजय
नेत्रदान महादान – प्रधानाध्यापिका
विद्यालय की प्रधानाध्यापिका प्रियंका कुमारी ने छात्राओं को संबोधित करते हुए कहा कि नेत्रदान महादान है इसलिए हमारी आंखें मरणोपरांत किसी जरूरतमंद व्यक्ति को मिल जाए तो इससे बड़ी खुशी और क्या हो सकती है. इस सेमिनार में अपर मुख्य चिकित्सा पदाधिकारी सह सचिव जिला अंधापन नियंत्रण समिति के डॉ. जगदीश प्रसाद के दिशा निर्देश में नेत्रदान के प्रति संकल्प लेने एवं शपथ पत्र भरने के उद्देश्य एवं जन जागरण में जागरूकता फैलाने हेतु यह कार्यक्रम आयोजित की जा रही है.
इसे भी पढ़ें : मनोहरपुर : घटिया सड़क निर्माण का ग्रामीणों ने किया विरोध, रुकवाया बरंगा-सिरका रोड का काम
सेमिनार में ये लोग हुए शामिल
इस सेमिनार में विद्यालय के शिक्षक शिक्षिकाएं कर्मचारी गण एवं बीएड की प्रशिक्षणार्थी के अलावे संकुल संसाधन केंद्र चाईबासा सदर के विशेष शिक्षक अखिलेश कुमार पाल, प्रतिमा कालुडिंया तथा विद्यालय की सभी छात्राएं उपस्थित थीं.