- अध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 24 व विपक्ष में 27 वोट पड़े
- उपाध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में 18 और विपक्ष में 33 वोट पड़े
- चाईबासा के जिला सभागार में उपायुक्त की देखरेख में हुई मतदान व मतगणना
- सांसद और सभी विधायकों ने डाले वोट
Chaibasa (Sukesh kumar) : पश्चिमी सिंहभूम के जिला सभागार में शुक्रवार को जिला परिषद अध्यक्ष व उपाध्यक्ष के अविश्वास प्रस्ताव को लेकर मतदान व मतगणना हुई. उपायुक्त अनन्य मित्तल की अध्यक्षता में मतदान तथा मतगणना का कार्यक्रम आयोजित किया गया. शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न मतदान में अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में सबसे अधिक वोट पड़े. जबकि पक्ष में कम वोट पड़े. जिसके कारण अब पश्चिमी सिंहभूम के जिला परिषद अध्यक्ष लक्ष्मी सुरीन व उपाध्यक्ष रंजीत यादव अपने पद पर बने रहेंगे. अध्यक्ष पद के लिए सबसे अधिक 52 वोट डाले गए जिसमें एक अवैध वोट हुई. अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में कुल 24 मत और अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में कुल 27 मत डाले गए. इस कारण अध्यक्ष का पद बरकरार रहा. इसी तरह उपाध्यक्ष पद में कुल 52 वोट डाले गए. इसमें वैध वोट 51 हुआ. एक वोट अवैध घोषित किया गया. अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में कुल 18 वोट डाले गए, जबकि अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में कुल 33 वोट डाले गए. इस कारण उपाध्यक्ष पद भी बरकरार रहा. मतदान और मतगणना के पश्चात उपायुक्त ने आधिकारिक रूप से पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि शांतिपूर्ण तरीके से सभी मतदान व मतगणना हुई. इसमें कैबिनेट मंत्री जोबा माझी के अलावा लोकसभा सांसद गीता कोड़ा समेत सभी विधायक शामिल हुए.
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जिप सदस्य मिरन मुंडा ने सीबीआई जांच की मांग की
झींकपानी प्रखंड के जिला परिषद सदस्य जॉन मिरन मुंडा ने अविश्वास प्रस्ताव के दौरान डाले गए मतदान पर खरीद-बिक्री का आरोप लगाते हुए इस मतदान की सीबीआई जांच कराने की मांग की है. उन्होंने सदर अनुमंडल पदाधिकारी को एक पत्र लिखकर कहा कि 4 नवंबर को चाईबासा के गांधी मैदान परिसर में एक दिवसीय भूख हड़ताल करेंगे. जहां आज अविश्वास प्रस्ताव के दौरान हुई जिला परिषद सदस्य व प्रमुखों की खरीद बिक्री के खिलाफ जांच करने की मांग की जाएगी. उन्होंने कहा कि गलत तरीके से जनप्रतिनिधियों को भड़काया गया है और उन्हें पैसा देकर वोट अपने पक्ष में करवाया है. यह लोकतांत्रिक तरीके से गलत है. अविश्वास प्रस्ताव के वोटिंग के दौरान पैसों का बोलबाला चला है. उपायुक्त अनन्य मित्तल ने कहा कि तीन चौथाई से अधिक वोट मिलने के कारण अध्यक्ष के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव को निरस्त कर दिया गया.
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मतदान रिपोर्ट
अविश्वास प्रस्ताव
अध्यक्ष पद
डाले गये कुल मतों की संख्या – 52
कुल वैध मतों की संख्या – 51
कुल अवैध मतों की संख्या – 01
अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में डाले गये मतों की संख्या – 27
अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में डाले गये मतों की संख्या – 24
अविश्वास प्रस्ताव
उपाध्यक्ष पद
डाले गये कुल मतों की संख्या – 52
कुल वैध मतों की संख्या – 51
कुल अवैध मतों की संख्या – 01
अविश्वास प्रस्ताव के पक्ष में डाले गये मतों की संख्या – 18
अविश्वास प्रस्ताव के विपक्ष में डाले गये मतों की संख्या – 33