Chaibasa (Ramendra Kumar Sinha) : तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत जगन्नाथपुर अनुमंडल के मानकी मुंडाओं एवं डाकुआ का उन्मुखीकरण एवं प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन जगन्नाथपुर अनुमंडल पदाधिकारी की अध्यक्षता में अंचल कार्यालय सभागार में किया गया. कार्यक्रम में तम्बाकू के सेवन से होने वाले दुष्परिणामों, कोटपा 2003 के नियमों एवं जिला सदर अस्पताल में मौजूद तम्बाकू निवारण केंद्र की सुविधाओं के बारे में जानकारी दी गई. कार्यक्रम में जगन्नाथपुर अनुमंडल के विभिन्न पंचायतों के मानकी मुंडाओं एवं डाकुआ ने भाग लिया. जिला तम्बाकू नियंत्रण कोषांग पश्चिमी सिंहभूम के सामाजिक कार्यकर्ता अनूप बागे ने बताया कि तम्बाकू से होने वाले कैंसर के मरीजों की संख्या दिनो-दिन बढ़ती जा रही है एवं अन्य बीमारियों की अपेक्षा तम्बाकू से मरने वालों की संख्या सर्वाधिक है.
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तम्बाकू से देश में हर साल 13 लाख लोगों की हो रही है मौत
उन्होंने कहा कि देश में हर साल लगभग 13 लाख लोग तम्बाकू से होने वाले कैंसर के शिकार हो रहे हैं और अपनी जान गंवा रहे हैं वहीं 50 प्रतिशत लोग अलग-अलग प्रकार के कैंसर से मृत्यु को प्राप्त हो रहे हैं. झारखंड में तम्बाकू उपभोक्ताओं पर भी चर्चा की जिसमें उन्होंने बताया कि राज्य में तम्बाकू उपभोक्ताओं की संख्या देश के राष्ट्रीय औसत से भी अधिक है. मुक्ति बिरवा, जिला परामर्शी ने कोटपा नियमों के बारे में बताया. बताया कि जो भी लोग तम्बाकू छोड़ना चाहते हैं वे सभी सदर अस्पताल चाईबासा में तम्बाकू निवारण केंद्र से मौजूदा सुविधाएं प्राप्त कर सकते हैं या फिर टोल फ्री नंबर 1800-11-2356 पर संपर्क कर सकते हैं.