Chaibasa (Prakash Gupta) : सदर अस्पताल परिसर के एमटीसी सभागार में गुरुवार को राष्ट्रीय तम्बाकू नियंत्रण कार्यक्रम के तहत एक दिवसीय प्रशिक्षण शिविर का आयोजन किया गया. इसकी अध्यक्षता जिला नोडल पदाधिकारी एनसीडी ने की. इसमें एसटीएस, एसटीएलएस, एसडीपीएस, डीपीपीएसी, डीपीसी एवं डीआरटीबी स्वास्थ्य कर्मी उपस्थित थे. प्रशिक्षण में डॉ भारती मिंज, जिला नोडल पदाधिकारी एनसीडी ने जानकारी दी कि तम्बाकू सेवन करने वाले तथा धुम्रपान करने वाले लोगों में टीबी संक्रमण की संभावना अधिक होती है. उन्होंने बताया कि तम्बाकू सेवन करने वाले लोगों में टीबी होने का खतरा तीन गुना ज्यादा होता है. टीबी से होने वाली मृत्यु भी तीन से चार गुना अधिक होती है.
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टोल फ्री नंबर पर कर सकते है संपर्क
जिला तम्बाकू नियंत्रण सेल के अनूप ने बताया कि तम्बाकू का सेवन स्वास्थ्य के लिए अत्यंत हानिकारक है और इसे हमें छोड़ना एवं इस पर प्रतिबन्ध लगाना बहुत ही आवश्यक है. ताकि जनमानस में इसका उपयोग कम से कम हो सके. उन्होंने तम्बाकू पर नियंत्रण की आवश्यकता पर प्रकाश डाला और बताया कि हर साल देश में लगभग 13 लाख लोग तम्बाकू की चपेट में आकर अपनी जान गवां देते हैं. 50 प्रतिशत लोग अलग-अलग प्रकार के कैंसरों के कारण मौत के शिकार हो रहे हैं. जिसका मुख्य कारण तम्बाकू का सेवन है. उन्होंने कोटपा अधिनियम 2003 के बारे भी विस्तार से जानकारी दी. जिसमें उन्होंने कोटपा के अलग-अलग धाराओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी एवं जिला के सदर अस्पताल में मौजूद तम्बाकू निवारण केंद्र के बारे में बताया. कहा कि कोई व्यक्ति तम्बाकू की लत को छोड़ना चाहता है, तो वे दिए गए टोल फ्री नंबर 1800-11-2356 से सम्पर्क कर सकता है.