Chakulia : चाकुलिया वन क्षेत्र में जाड़े के मौसम में ही जंगल में आग लगने का सिलसिला शुरू हो गया है. रोजाना कहीं ना कहीं लग रही आग से फूलों के मौसम में काजू के पेड़ झुलस रहे हैं और वन विभाग आग से हो रहे जंगल के विनाश का तमाशा देख रहा है. हवाई पट्टी से मुराल जाने वाली सड़क के किनारे के काजू जंगल में विगत रात्रि आग लगने से काजू के दर्जनों पेड़ झुलस गए.
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पेड़ों के झुलसने से काजू के उत्पादन पर पड़ेगा बुरा असर
विदित हो कि 20 दिसंबर की रात को भी लोधाशोली के पास जंगल में आग लगने से काजू के दर्जनों पेड़ झुलस गए थे. ज्ञात हो कि अब काजू के पेड़ों में फूल निकलने का मौसम आ गया है. कई जंगलों में काजू के पेड़ फूलों से लदने लगे हैं. ऐसे में जंगल में आग लगने और पेड़ों के झुलसने से काजू के उत्पादन पर बुरा असर पड़ेगा. वन विभाग द्वारा आग से काजू और साल जंगल को बचाने की दिशा में कोई पहल नहीं की जा रही है. जाड़ा के मौसम में जब आग लगने की यह स्थिति है तो गर्मी में स्थिति और भी भयावह हो सकती है. आग से जंगलों को बचाना वन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है. परंतु अभी तक वन विभाग इस मसले पर कोई पहल नहीं कर रहा है.
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