Chakulia : चाकुलिया नगर पंचायत क्षेत्र का कचरा और प्लास्टिक हवाई पट्टी क्षेत्र में स्थापित ठोस अपशिष्ट प्लांट के बाहर बड़े पैमाने पर फेंका जा रहा है. प्लांट के आसपास कचरे और प्लास्टिक का अंबार लगा है. आसपास के गांव के मवेशी कचरा और प्लास्टिक खा रहे हैं. यह मवेशियों की जान के लिए खतरा बन सकता है. कचरे के अंबार के आसपास साल और काजू के जंगल हैं. हवाई पट्टी क्षेत्र में कचरे से दुर्गंध फैल रही है. ऐसे में कचरा पर्यावरण के लिए भी खतरनाक है. इस गंभीर मसले पर नगर पंचायत प्रशासन और वन विभाग चुप्पी साधे हुए है. मालूम हो कि नगर पंचायत क्षेत्र में कचरे का उठाव पायनियर कंपनी द्वारा होता है.
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मवेशियों कचरा और प्लास्टिक खाते है
नगर पंचायत क्षेत्र के घरों तथा बाजार क्षेत्र से कचरे और प्लास्टिक का उठाव हो रहा है. परंतु इसे हवाई पट्टी क्षेत्र में खुले में फेंका जा रहा है. इन कचरों में सबसे ज्यादा हानिकारक प्लास्टिक बैग होता है. जबकि सरकारी आदेश के अनुसार प्लास्टिक बैग पर प्रतिबंध लगाया जा चुका है. लेकिन फुटपाथ दुकानदारों के साथ स्थाई दुकानदार भी धड़ल्ले से प्लास्टिक बैग का इस्तेमाल कर रहे हैं. यही प्लास्टिक बैग जब कचरे में जाता है तो मवेशी इसे अपना भोजन बना लेते हैं. हवाई पट्टी क्षेत्र में दर्जनों मवेशियों को कचरा और प्लास्टिक खाते देखा जा सकता है. जानकारों के मुताबिक प्लास्टिक का बैग मवेशियों के पेट में फंस जाता है. इससे वे बीमार होते हैं और फिर उनकी मौत हो जाती है. प्रखंड पशु चिकित्सा पदाधिकारी डॉ मनोज कुमार महंता ने कहा कि प्लास्टिक मवेशियों के लिए काफी खतरनाक होता है. प्लास्टिक मवेशियों के पेट में इस तरह के रोग पैदा करता है. इससे मवेशियों की मौत भी हो जाती है. प्लास्टिक मवेशियों की आंत में फंस जाता है.
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