Chakulia (Dharish Chandra Singh) : चाकुलिया में हाई वोल्टेज तार की चपेट में आकर जख्मी दो हथिनियों की मौत के मामले में शुक्रवार को क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक रवि रंजन ने घटनास्थल पर आकर जांच की. उन्होंने उपस्थित जमशेदपुर की वन प्रमंडल पदाधिकारी ममता प्रियदर्शी और चाकुलिया के प्रभारी वन क्षेत्र पदाधिकारी दिग्विजय सिंह से मामले की विस्तृत जानकारी प्राप्त की. ज्ञात हो कि चाकुलिया नगर पंचायत के वार्ड नंबर 9 स्थित गणेश राइस मिल के पीछे निर्मित तालाब की मेंढ़ पर हाथियों का एक दल हाई वोल्टेज बिजली के तार की चपेट में आ गया था.
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इनमें से दो हथिनी विद्युत प्रवाह से जख्मी हो गई थी. 24 घंटे के अंदर दोनों हथिनी की मौत अलग-अलग जगह पर हो गई थी. क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक वन विभाग विभाग के पदाधिकारी के साथ घटनास्थल पर पहुंचे और बारीकी से जांच की. इसके बाद वे बड़ामारा पंचायत के ज्वालभांगा गांव के पास खेत में पहुंचे, जहां एक हथिनी की मौत हुई थी. दूसरी हथिनी की मौत जमुआ पंचायत में लखन चौक से सटे काजू जंगल में हुई थी. क्षेत्रीय मुख्य वन संरक्षक यहां भी पहुंचे और घटना स्थल की जांच की. इसके अलावे उन्होंने क्षेत्र का भ्रमण कर इस बात की भी जानकारी प्राप्त की कि कहां-कहां बिजली के तार जमीन से कम ऊंचाई पर झूल रहे हैं.
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मुसाबनी : वन व पर्यावरण मंत्रालय से दोषियों पर कार्रवाई की मांग
Musabani (Sanat Kumar Pani) : मुसाबनी प्रखंड प्रमुख रामदेव हेंब्रम और ग्रामीणों ने वन एवं पर्यावरण मंत्रालय भारत सरकार को पत्र लिखकर 5 हाथियों की मौत के जिम्मेवार अधिकारियों पर कार्रवाई की मांग की है. शिकायत पत्र में कहा गया है कि विगत एक माह से हाथियों का झुंड मुसाबनी वन क्षेत्र में विचरण कर रहा था. वन विभाग के अधिकारियों को इसकी सूचना दी गई. और हाथियों को उनके परंपरागत रुट में भेजने की मांग की गई.
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वन विभाग के अधिकारियों ने ग्रामीणों की मांग को नजरंदाज किया. मुसाबनी प्रखंड क्षेत्र में कार्यरत एचसीएल/आईसीसी के अधिकारियों ने भी कई आवश्यक कदम नहीं उठाया. जबकि एचसीएल प्लांट के लिए बिजली वन क्षेत्र में पोल लगाकर लिया गया है. साथ ही विद्युत विभाग के अधिकारियों ने पोल की कम हाइट को भी नहीं देखा. कम हाइट में हाई-टेंशन लाइन होने के कारण हाथी इसकी चपेट में आये. तीन बच्चे समेत पांच हाथियों की दर्दनाक मौत हो गई. शिकायत पत्र को रजिस्टर्ड डाक द्वारा भेजी गई है.