Chandil (Dilip Kumar) : कांची सिंचाई परियोजना से कैनाल में पानी छोड़ते ही महज चार साल पहले बना पक्की नहर धराशायी हो गया. ईचागढ़ प्रखंड के आदरडीह के पास कैनाल टूट गया. जिसके कारण कैनाल का पानी खेतों में चला गया. कैनाल का पानी खेतों में जाने से 45 से 50 एकड़ क्षेत्र में पानी ही पानी नजर आने लगा. इससे खेतों में रोपे गए धान मिट्टी में दब गए और खेतों का मेड़ भी टूटकर बह गए. बताया गया कि चार साल पहले ही करोड़ों की लागत से कैनाल का पक्कीकरण किया गया था. दुलमी-आदरडीह केनाल आदरडीह के पास पानी का तेज बहाव के कारण टूट गया और कैनाल का सारा पानी आसपास के खेतों में चला गया.
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2019 में हुआ था शिलान्यास
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तत्कालीन जल संसाधन मंत्री चंद्र प्रकाश चौधरी ने वर्ष 2019 में लोवाडीह से आदारडीह कैनाल के पक्कीकरण कार्य का शिलान्यास किया था. अब पक्की कैनाल के टूटने के बाद सिंचाई विभाग तत्काल मिट्टी देकर इसे दुरुस्त करने की बात कह रही है. स्थानीय लोगों ने बताया कि निर्माण काल के समय ही कार्य में व्यापक अनियमितता बरते जाने की शिकायत की गई थी. लेकिन ग्रामीणों की शिकायत पर विभाग ने संज्ञान नहीं लिया था. जिसका नतीजा है कि चार साल में दूसरी बार पानी छोड़ते ही कैनाल टूट गया. किसानों का कहना है कि टूटे कैनाल की अगर तत्काल मरम्मत नहीं कराया गया तो जरूरत के समय किसानों के खेतों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पाएगा. किसानों ने बर्बाद हुए धान का मुआवजा देने की भी मांग की है.
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