Chandil (Dilip Kumar) : नीमडीह प्रखंड अंतर्गत झिमड़ी के सोनाडूंगरी में गुरुवार को रावण दहन कार्यक्रम व सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. प्रतिवर्ष की भांति इस वर्ष भी रावण दहन कार्यक्रम में लोगों का हुजूम उमड़ा. रावण दहन के पूर्व जमकर आतिशबाजी की गई और बुराई पर अच्छाई की जीत के प्रतीक के रूप में रावण का पुतला जलाया गया. इस अवसर पर उपस्थित जन सैलाब को संबोधित करते हुए आजसू पार्टी के नेता हरेलाल महतो ने कहा कि वर्तमान समय में हम सभी को मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम व जननी सीता के आदर्श को आत्मसात कर मानव कल्याण के लिए कार्य करने की जरूरत है. उन्होंने कहा कि जब-जब सृष्टि पर अधर्म का काला बादल मंडराया, तब-तब भगवान श्री राम जैसे अवतार ने जन्म लेकर अधर्म का नाश किया है. उन्होंने कहा कि रावण दहन असुरत्व पर दैवत्व के जीत का प्रतीक है.
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मर्यादा पुरुषोत्तम श्रीराम ने किया विश्व का कल्याण
इस अवसर पर विशेष आमंत्रित अतिथि पूर्व मंत्री रामचंद्र सहिस ने कहा कि रावण वध के साथ ही ऋषियों मुनियों के प्राणों की रक्षा हुई. तेजस्वी ऋषियों, मुनियों के विश्व कल्याण रक्षा के लिए पूजा-अर्चना किए और विश्व में मंगलमय वातावरण बना. प्राणियों के अंदर सद्भावनाएँ पैदा हो ऐसी करुणा दया की स्थापना हुई और विश्व का कल्याण हुआ. एक ऐसा वातावरण का निर्माण किया गया था जो समस्त प्राणियों और जनमानस के लिए हितकारी था और रावण के मृत्यु के बाद भी मर्यादा पुरुषोत्तम श्री राम ने धरती पर मनुष्यों के लिए और माता सीता ने स्त्रियों को मर्यादा में रहने का आदर्श दिखाया. रावण दहन कार्यक्रम के पूर्व आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम में कलाकार शिकारी – तानिया के सुरों में सजा गीत ‘आय रे आय रे वर्षा तुई धीरे धीरे आय, पहिल वर्षाय आमार सोना के भीजा’ आदि गीतों में जैक्शन – शिवानी के जोड़ी ने जीवंत अभिनय के साथ नृत्य प्रस्तुत कर दर्शकों को मोहित किया.