Chandil (Dilip Kumar) : सरायकेला-खरसावां जिले के चांडिल अनुमंडल अंतर्गत डोबो में बीते दिनों घटित जमीन विवाद का मामला अब विधानसभा के पटल पर गूंजने वाला है. इस मामले को लेकर अनूप महतो के नेतृत्व में डोबो, चांडिल के ग्रामीण भाकपा माले विधायक कामरेड विनोद सिंह से मिले और उनका समर्थन मांगा. ग्रामीणों ने विधायक विनोद सिंह को एक स्मारपत्र सौंपकर विधानसभा के पटल पर इस सवाल को उठाने का अनुरोध किया. प्रभावित गरीब आदिवासियों ने विधायक विनोद सिंह को चांडिल के अंचल अधिकारी द्वारा न्यायालय के आदेश का उल्लंघन करने और जमीन हड़पने का विरोध करने पर एक व्यक्ति का गला दबाने के खिलाफ उचित कार्रवाई की भी मांग की.
इसे भी पढ़ें : जमशेदपुर : काशीडीह हाई स्कूल में ओलंपियाड का आयोजन
भाकपा विधायक ने विधानसभा में मामले को उठाने का दिया आश्वासन
ग्रामीणों ने भाकपा-माले विधायक कामरेड विनोद सिंह को चांडिल प्रखंड के डोबो में खतियानधारी और रैयतों के जमीन को ईचागढ़ के विधायक सविता महतो द्वारा हड़पने का आरोप लगाते हुए मामले की जानकारी दी. इस अवसर पर भाकपा माले विधायक ने तथ्यों की जानकारी लेने के बाद विधानसभा में उनकी बातों को उठाने का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि इसके लिए वे जल्द ही डोबो गांव पहुंचकर ग्रामीणों से भी मिलेंगे. विधायक विनोद सिंह को सौंपे गए ज्ञापन में चांडिल प्रखंड स्थित डोबो गांव के हनुमान कॉलोनी के निवासियों ने बताया है कि वे सभी फरवरी माह से अपने घरों के टूटने के डर से सहमे हुए हैं.
इसे भी पढ़ें : घाटशिला : पत्नी की हत्या के आरोपी पति को पुलिस ने भेजा जेल
विरोध के कारण पांच महीनों तक बंद रहा निर्माण कार्य
विवादित प्लॉट पर कुड़मी, संताल और भूमिज जनजातिय के 11 परिवार रहते हैं, जिन्हें जननेता शहीद निर्मल महतो ने बसाया था. उक्त प्लॉट खतियानी रैयत गुरुचरण भूमिज का है. फरवरी माह में ईचागढ़ विधानसभा क्षेत्र की झामुमो विधायक सविता महतो ने उनके घरों को घेरते हुए चहारदीवारी निर्माण शुरू करवाया था. उनका कहना था कि जमीन 2009 में उनके पति दिवंगत सुधीर महतो ने एंग्लो इंडियन मेल्विन स्टब्स से खरीदी थी. फर्जी कागजात के दम पर हो रहे निर्माण का जब ग्रामीणों ने विरोध किया तो ग्रामीणों पर पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस मामले में पुलिस ने आठ लोगों पर मामला दर्ज किया. विरोध के कारण पांच महीनों तक निर्माण बंद रहा.
इसे भी पढ़ें : किरीबुरू : छोटानागरा-मनोहरपुर मुख्य मार्ग पर पत्थरबाजी की घटना में सात नाबालिग शामिल
कोर्ट के आदेश की उड़ाई धज्जियां
ग्रामीणों ने विधायक विनोद सिंह को सौंपे ज्ञापन में कहा कि बीते 18 जुलाई को सरायकेला-खरसावां सिविल जज कवितांजलि टोप्पो ने इस पूरे मामले में यथास्थिति बनाए रखने का आदेश दिया. क्योंकि विधायक सविता महतो कथित तौर पर जमीन पर अपने दावे को साबित करने के लिए कोई ठोस कागजात पेश करने में विफल रहीं थी. अगले ही दिन 19 जुलाई को अधिकारियों ने उसी भूखंड के चारो ओर करीब 150 पुलिस कर्मियों की मौजूदगी में चहारदीवारी का निर्माण शुरू कर दिया. कोर्ट के आदेश का हवाला देते हुए जब चहारदीवारी निर्माण का विरोध किया तो अंचल अधिकारी प्रणव अंबष्ठ ने चांडिल एसडीओ रंजीत लोहरा की उपस्थिति में ग्रामीणों के साथ मारपीट की और विरोध करने वालों को गाड़ी में बैठाकर शाम तक बंद रखा. इस मामले पर पुलिस ने अपने जमीन पर बाउंड्री निर्माण का विरोध करने के लिए मामला दर्ज कराया. वहीं अंचल अधिकारी प्रणव अंबष्ठ के खिलाफ ग्रामीणों पर हिंसा और गाली गलौज करने का मामला दर्ज कराया था, उस पर किसी प्रकार की कार्रवाई नहीं की गई.