Chandil (Dilip Kumar) : चांडिल गोलचक्कर से पितकी तक राष्ट्रीय राजमार्ग 32 अब राहगीरों के लिए सुविधा का साधन नहीं बल्कि अभिशाप बनता जा रहा है. खस्ताहाल इस सड़क पर आए दिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं घट रही है. प्रशासनिक उपेक्षा और राजनेताओं की इच्छाशक्ति की कमी के कारण राष्ट्रीय राजमार्ग 32 अपनी बदहाली पर आंसू बहा रहा है. सड़क का सबसे अधिक बुरा हाल चांडिल गोलचक्कर से रेलवे बायपास होते हुए चांडिल बाजार तक है. खस्ताहाल सड़क पर उड़ती धूल के कारण बड़े वाहनों के अलावा दो पहिया व छोटे वाहन चालकों को परेशानी का सामना करना पड़ता है. इससे इस मार्ग पर अक्सर हादसे भी होते रहते हैं.
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चित्रकार ने चित्र से सब को आइना दिखाने का किया काम
बारिश होने पर तो सड़क की हालत और भी नारकीय हो जाती है. कीचड़ से सनी सड़क से होकर निकलना राहगीरों के लिए परेशानी का सबब बन जाता है. अब चांडिल के चित्रकार सौरभ प्रमाणिक ने अपने चित्रकारी से जनप्रतिनिधि व अधिकारियों को आइना दिखाने का काम किया है. उन्होने अपने कार्टून में दर्शाया है कि एक बाइक पर ऑक्सीजन मास्क लगाए एक व्यक्ति जा रहा है से और उनसे एक पत्रकार पूछ रहा है कि चांद पर जा रहे हैं क्या. इसका जबाव देते हुए बाइक सवार व्यक्ति ने बताया कि चांद पर नहीं चांडिल जा रहे हैं.
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सड़क के कारण हो रही किरकिरी
एनएच 32 झारखंड और पश्चिम बंगाल को जोड़ने वाली एक महत्वपूर्ण सड़क है. उक्त सड़क पर होकर जमशेदपुर, चाईबासा, सरायकेला से लोग पश्चिम बंगाल के पुरुलिया, आसनसोल, दुर्गापुर, वर्धमान समेत झारखंड के धनबाद, बोकारों के अलावा कई शहरों को जाते हैं. बदहाल सड़क के कारण आवागमन करने वाले चांडिल क्षेत्र का मजाक उड़ाने से भी नहीं चुकते हैं. बदहाल सड़क की परेशानी के बीच लोगों की किरकिरी से स्थानीय लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है. सड़क पर बने गड्ढे किसी बड़ी दुर्घटना को आमंत्रित कर रहा है. अभिभावक भी अपने बच्चे को इस सड़क से होकर स्कूल भेजने से डरते हैं, पता नहीं कब हादसा हो जाए. उक्त सड़क से राजनेता, स्थानीय अधिकारी, जनप्रतिनिधि समेत कई आला अधिकारी, मंत्री भी गुजरते हैं, लेकिन किसी को इसकी सुधी लेने की फुर्सत नहीं है.
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बायपास सड़क निर्माण शुरू होते ही होने लगी उपेक्षा
ऐसा नहीं है कि उक्त सड़क की परेशानी की खबर संबंधित विभाग को नहीं है. आए दिन होने वाली जाम की समस्या से निजात दिलाने के लिए एनएच 32 का बायपास सड़क बनाया जा रहा है. एनएच 33 पर स्थित चांडिल प्रखंड के घोड़ानेगी के पास से बायपास सड़क का निर्माण कराया जा रहा है. इसके साथ ही उक्त सड़क पर स्थित सभी रेलवे फाटक पर ओवरब्रिज का निर्माण कार्य प्रगति पर है. लेकिन बायपास सड़क के निर्माण कार्य शुरू होने के बाद पुरानी सड़क को विभाग और सरकार भूल गई. फिलहाल उपेक्षा के शिकार इस पुरानी सड़क से ही वाहनों का आवागमन हो रहा है और इसका मरम्मत का काम नहीं कराया जा रहा है. इसको लेकर स्थानीय लोगों के द्वारा समय-समय पर आवाज भी बुलंद किया जाता है. लेकिन जनता की मांग पर जनप्रतिनिधि और संबंधित विभाग सुध नहीं ले रही है. वहीं स्थानीय सांसद आए दिन सोलल मीडिया पर उक्त सड़क की मरम्मति को लेकर मंत्री से मिलने और पत्राचार करने की जानकारी देते रहते हैं.
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