Chandil (Dilip Kumar) : राष्ट्रीय राजमार्ग 33 पर स्थित बडामटांड से काशीडीह सिंगाती मिलन चौक तक खस्ताहाल सड़क पर उड़ती धूल से ग्रामीण परेशान हैं. औद्योगिक प्रतिष्ठानों के बड़े वाहनों के ग्रामीण सड़क पर आवागमन होने के कारण सड़क की स्थिति दयनीय हो गई है. इसको लेकर चावलीबासा ग्राम पंचायत क्षेत्र की जनता अब एक्शन मोड में है. सड़क की मरम्मत करवाने की मांग पर ग्रामीणों ने स्थानीय पंचायत प्रतिनिधियों के साथ औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों, राज्य के मुख्यमंत्री, क्षेत्र के सांसद, विधायक, उपायुक्त व अनुमंडल पदाधिकारी को ज्ञापन दे चुके हैं. लेकिन सड़क की स्थिति अबतक नहीं सुधरी है. अब सड़क की मरम्मति की मांग को लेकर 22 फरवरी से ग्रामीणों ने अनिश्चितकालीन सड़क जाम करने का निर्णय लिया है.
इसे भी पढ़ें :किरीबुरू : टाउनशिप में सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक नहीं रहेगी बिजली
पत्र लिखकर एसडीएम को दी सूचना
बड़ामटांड से मिरुडीह तक जाने वाली सड़क को अनिश्चितकाल के लिए जाम करने की पूर्व सूचना ग्रामीणों ने पंचायत प्रतिनिधियों के माध्यम से चांडिल के अनुमंडल पदाधिकारी को लिखित रूप से दी है. पत्र में कहा गया है कि आंदोलन सिर्फ व्यवसयिक वाहनों के लिए होगा, ना कि ग्रामीणों के लिए. ग्रामीणों का कहना है कि ग्रामीण सड़क पर कामाख्या माता स्टोन दिरलौंग, शारदा एक्सेल चावलीबासा, आधार राईस मिल्स गौरडीह और विनायक पोल फैक्ट्री सिंगाती आदि औद्योगिक प्रतिष्ठानों के भारी मालवाहक वाहनों का आवागमन होता है. कंपनियों से निकलने वाले वाहन 40 से 50 टन वजन लेकर चलते हैं, जिसके कारण सड़क उखड़ जाता है. बावजूद इसके कंपनी प्रबंधन की ओर से सामाजिक दायित्व का निर्वाह करते हुए सड़क की मरम्मत नहीं कराया जाता है. इसके लिए औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों को ज्ञापन भी सौंपा गया था.
इसे भी पढ़ें :किरीबुरू : नोवामुंडी बाजार के जेनरल स्टोर में लगी आग, लाखों का नुकसान
18 वर्ष पूर्व बनी थी सड़क
चावलीबासा से मिरुडीह तक जाने वाली उक्त सड़क 1964 के सर्वे सेटेलमेंट के पहले से ही है. पिछली बार सड़क का निर्माण 18 वर्ष पूर्व हुआ था. उस समय से सड़क की ना मरम्मति हुई और ना नए सिरे से इसे बनाया गया. समय बीतता गया और क्षेत्र में कई औद्योगिक प्रतिष्ठान स्थापित हुए. औद्योगिक प्रतिष्ठानों के बड़े व भारी वाहन भी उक्त सड़क का इस्तेमाल कर रही है. उक्त बदहाल सड़क पर वाहन तो क्या पैदल चलना भी ग्रामीणों के दूभर हो गया है. विशेषकर गर्भवती व धातृ माताओं, बीमारग्रस्त लोगों और बुढ़े-बुजुर्गों को आवागमन करने में परेशानियों का सामना करना पड़ता है. आवागमन के दौरान सभी को उक्त खस्ताहाल सड़क से उड़ने वाली धूल भरी सांस लेना पड़ता है. बरसात के दिनों में इस पथ पर किसी भी प्रकार के वाहन चालक आने-जाने में कतराते हैं.
इसे भी पढ़ें :आदित्यपुर : ठोस अपशिष्टों के निस्तारण के लिए प्रदूषण बोर्ड ने निगम कार्यालय को लिखा पत्र
ग्रामीण लगा चुके गुहार
चावलीबासा पंचायत स्थित बदहाल सड़क की मरम्मति की मांग पर स्थानीय ग्रामीण कई बार सांसद संजय सेठ को मांग पत्र सौंप चुके हैं. इसके साथ ही स्थानीय विधायक सविता महतो से भी गुहार लगा चुके हैं. जनप्रतिनिधियों से बात नहीं बनता देख ग्रामीणों ने सड़क निर्माण की मांग पर मुख्यमंत्री को पत्र प्रेषित किया है. इसके पूर्व पंचायत के जनप्रतिनिधियों के साथ प्रबुध नागरिकों ने सड़क मरम्मत करवाने के लिए स्थानीय औद्योगिक प्रतिष्ठानों के प्रबंधकों से भी मुलाकात कर चुके हैं. लेकिन सड़क की स्थिति अबतक नहीं सुधरी है. ग्रामीणों ने पत्र की प्रतिलिपि जिले के उपायुक्त व अनुमंडल पदाधिकारी को भी भेजा है.
इसे भी पढ़ें :आदित्यपुर : खरकई पुल पर स्कूटी खड़ी कर नदी में कूद की आत्महत्या
फोटो : बदहाल सड़क पर चर्चा करते ग्रामीण.